धुरकी.
सरकार का उद्देश्य है कि हर गांव के हर घर में शुद्ध व स्वच्छ जलापूर्ति हो. इसके तहत पंचायत चयनित कर जल जीवन मिशन के तहत जल-नल योजना का लाभ पहुंचाने के लिए योजना शुरू की गयी है. पर गनियारी पंचायत में इस योजना का लाभ ग्रामीणों को सही ढंग से नहीं मिल पा रहा है. विदित हो कि गनियारी खुर्द गांव के आदिवासी टोले के 10 घर का चयन कर एक जलमीनार लगायी गयी है. इससे पाइपलाइन के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचने की योजना है. पर इस गर्मी में टोले के ग्रामीणों को जलमीनर से पानी नहीं मिल रहा. मजबूरी में लोग कच्चे कुएं से पानी निकाल कर अपनी दिनचर्या निपटा रहे हैं. यहां के ग्रामीण भवदाल सिंह, हरिहर सिंह, अलीजान सिंह, सरवन सिंह, ब्रह्मदेव सिंह, रीमा देवी व ममता देवी ने कहा कि घर के बगल में जलमीनर तो लगी है पर इससे उन्हें कोई लाभ नहीं है. किसी भी मौसम में दिन भर में इससे 10 बाल्टी पानी भी नही निकलता. नदी-नाले सभी सूख गये हैं. उनकी सबसे बड़ी समस्या पशुओं को पानी उपलब्ध कराना है. जलमीनार जल्द दुरुस्त किये जायेंगे : संबंध में पूछे जाने पर स्थानीय मुखिया शंभू प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पंचायत में शिकायत मिली है. कई ऐसी जलमीनार हैं, जिनसे लोगों को बहुत कम पानी मिल पाता है. वहीं कुछ जलमीनार बंद हैं. इसके लिए संवेदक को कहा गया है. इधर विभागीय जेई सुजीत रंजन से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जलमीनार की जांच होगी. वहीं बंद पड़ी जलमीनारों को जल्द चालू कराया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है