बारिश में भीगते हुए भक्तों ने मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक किया और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया. सुबह चार बजे से ही मंदिर परिसर में भक्तों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई थीं. बोल बम और हर हर महादेव के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा. महिला, पुरुष, बुजुर्ग और बच्चे हर वर्ग के श्रद्धालु जल चढ़ाने के लिए पहुंचे और शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, गंगाजल अर्पित कर पूजा-अर्चना की. बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा गया. भक्तों ने कहा कि सावन के सोमवार का विशेष महत्व होता है और चाहे जैसे भी हालात हों, बाबा के दर्शन जरूर करते हैं. वहीं शहर के महावीर मंदिर, विश्वनाथ मंदिर, भूतनाथ मंदिर, साईं मंदिर आदि मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गयी.
सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजामप्रशासन की ओर से किये गये थे पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई थी. मंदिर समिति की ओर से भीड़ प्रबंधन और दर्शन व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए स्वयंसेवकों की तैनाती की गयी थी. साफ-सफाई, पेयजल और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी मंदिर प्रबंधन और की ओर से की गई थी. बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं को दर्शन में कोई परेशानी न हो, इसके लिए कई स्थानों पर टेंट और टीन शेड लगाए गए थे. सावन की तीसरी सोमवारी पर दिनभर बारिश होती रही. इसके बावजूद जिले के शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा.
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