Giridih News: मंगलवार को बगोदर में हुए एक सड़क हादसे में ससुर और दामाद की मौत के बाद जब उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लाया गया तो हड़ताल के कारण घंटों तक यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी. मृतकों के परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस संबंध में इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का नेतृत्व कर रहे जेएलकेएम नेता नागेंद्र चंद्रवंशी ने बताया कि दुर्घटना में मृत लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बगोदर अस्पताल लाया गया तो वहां तैनात आउटसोर्सिंग कर्मचारी के हड़ताल के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका. परिजन शव लेकर अस्पताल परिसर में देर तक भटकते रहे, लेकिन कोई भी कर्मचारी काम करने को तैयार नहीं था. स्थिति बिगड़ती देख इस मामले की शिकायत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से की गयी. मंत्री ने तुरंत इस मामले में संज्ञान लेते हुए गिरिडीह के सिविल सर्जन को फोन कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मंत्री के हस्तक्षेप के बाद सिविल सर्जन ने आंदोलनरत कर्मियों से संपर्क साधा और उनसे आग्रह किया कि मानवता के नाते पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाये. कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री और सिविल सर्जन के अनुरोध पर मानवीय संवेदना दिखाते हुए पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूरा किया. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अपवादस्वरूप किया गया है और जब तक उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं होता, हड़ताल जारी रहेगी.
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