उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई आपूर्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा समाहरणालय सभाकक्ष में आपूर्ति विभाग की समीक्षात्मक बैठक में माहौल काफी गर्म रहा. खाद्य वितरण व्यवस्था से नाराज उपायुक्त रामनिवास यादव ने एक ओर जहां आपूर्ति विभाग के कई पदाधिकारियों को फटकार लगायी है, वहीं गिरिडीह के एसएफसी गोदाम के सहायक प्रबंधक को निलंबित करने का निर्देश दिया. बताया जाता है कि जिले के विभिन्न प्रखंडों से उपायुक्त को उठाव और वितरण में हो रही गड़बड़ी की शिकायतें लगातार मिल रही थी. गिरिडीह में स्थित एसएफसी के गोदाम में गड़बड़ी की भी शिकायतें मिली थी. डीसी को जानकारी मिली थी कि यहां एसएफसी के गोदाम के सहायक प्रबंधक संजय कुमार कार्यस्थल से गायब रहते हैं और उनके स्थान पर उनके भाई खाद्यान्न वितरण का कार्य करते हैं. संजय कुमार पर डीलरों को अनाज सही मात्रा में नहीं देने का आरोप भी लगाया गया था. उनके भाई के द्वारा डीएसडी के रूप में वाहन चलाने और अनाज गड़बड़ी किये जाने को लेकर भी शिकायत मिल रही थी. समीक्षात्मक बैठक में डीसी ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे गिरिडीह के सहायक गोदाम प्रबंधक संजय कुमार को अविलंब निलंबित करें. गिरिडीह के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी प्रधान मरांडी को भी सख्त हिदायत दी गयी है कि वे अनाज उठाव और वितरण की स्वयं निगरानी करें. लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. इसके अलावे जिले के गावां, तिसरी, बिरनी और धनवार प्रखंड के अलावे अन्य प्रखंडों में अनाज वितरण और उठाव को लेकर मिली शिकायत पर वहां के अधिकारियों को भी फटकार लगायी गयी. बैठक के दौरान उपायुक्त के तेवर काफी तल्ख थे. बैठक में डीडीसी स्मृता कुमारी, डीएसओ गुलाम समदानी, सभी बीडीओ, सभी सहायक गोदाम प्रबंधक समेत संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे. अप्रैल, मई, जून और जुलाई माह के खाद्यान्न वितरण की हुई समीक्षा : बैठक में पूर्व के निर्देश के आलोक में किये गये कार्यों की जानकारी ली गयी और ससमय कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के अंतर्गत अप्रैल, मई, जून और जुलाई माह के खाद्यान्न वितरण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गयी. बॉक्स- निर्धारित मात्रा में ससमय अनाज का वितरण सुनिश्चित करें : डीसी डीसी श्री यादव ने कहा कि अनाज के उठाव और वितरण में हो रही गड़बड़ी पर तुरंत अंकुश लगायें. निर्धारित मात्रा में ससमय अनाज का वितरण सुनिश्चित करें. कहा कि किसी भी स्थिति में बिचौलियों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. कई प्रखंडों से लगातार वितरण को लेकर गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है. इसमें संलिप्त अधिकारी नपेंगे. समीक्षा के क्रम में डीसी ने एनएफएसए व जेएसएफएसएस योजना के तहत खाद्यान्न का वितरण, चना दाल वितरण, मुख्यमंत्री दाल-भात योजना, चीनी और नमक का वितरण, पीवीटीजी, जन वितरण प्रणाली, ग्रीन राशन कार्ड समेत विभिन्न योजनाओं के अद्यतन स्थिति का क्रमवार समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को सरकार के कल्याणकारी योजनाओं से योग्य लाभुकों को स-समय लाभान्वित करने का निर्देश दिया. डीसी ने आधार सिडिंग, सुसुप्त राशन कार्ड, ग्रीन टू एनएफएसए परिवर्तन राशन कार्ड, ई-पोस मशीन, मुख्यमंत्री दाल-भात योजना, डाकिया योजना, चना दाल वितरण व अन्य संचालित योजनाओं की समीक्षा की. डीसी ने कहा कि गोदाम में रखे गये पुराने खाद्यान्न की गुणवत्ता की जांच होगी. खराब खाद्यान्न तो खाने योग्य नहीं है, उसे नष्ट किया जायेगा. बॉक्स- जमुआ के गोदाम प्रबंधक बसंत कुमार कार्यमुक्त इधर, उपायुक्त के निर्देश के बाद जमुआ के एसएफसी गोदाम के सहायक प्रबंधक बसंत कुमार को भी गड़बड़ी के आरोप में कार्यमुक्त कर दिया गया है. बताया जाता है कि बसंत जनसेवक के पद पर कार्यरत थे और अतिरिक्त प्रभार में उन्हें सहायक गोदाम प्रबंधक बनाया गया था. डीडीसी ने शिकायत मिलने के बाद पूर्व में ही उन्हें जनसेवक के पद से निलंबित कर दिया है. इधर, बसंत को कार्यमुक्त करने के बाद जनसेवक प्रभात पवन को जमुआ के एसएफसी गोदाम का सहायक प्रबंधक बनाया गया है. उपायुक्त के निर्देश के आलोक में जमुआ के अंचल अधिकारी को एसएफी गोदाम का लगातार देखरेख और पर्यवेक्षण करने हेतु वरीय पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है. बसंत कुमार को आदेश दिया गया है कि वे निगम मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराये गये विहित प्रपत्र में वरीय प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, जमुआ सीओ व प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की उपस्थिति में आगत-निर्गत पंजी, भंडार पंजी एवं उपलब्ध खाद्यान्न का मिलान कर प्रभारी सहायक गोदाम प्रबंधक प्रभात पवन को प्रभार सौंपना सुनिश्चित करेंगे.
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