सुबह से ही ग्रामीण श्रद्धालु कांवर यात्रा निकालकर हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष के साथ गाजे-बाजे एवं पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ गांव की गलियों से होते हुए मंदिर पहुंचे. श्रद्धालु गाजे बाजे के साथ धनवरियाडीह नदी से शुद्ध जल भरकर कांवर में लाते हुए भक्तिमय झांकी के रूप में गांव के शिवालय पहुंचे और विधि-विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक किया. मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन, आरती और प्रसाद वितरण का आयोजन भी हुआ. इस आयोजन में गांव के भवानी क्लब के युवाओं की टोली, महिला मंडल और स्थानीय मुखिया कारू पासवान ने विशेष भूमिका निभाई. गांव के पवन मालाकार, संजय सिंहा, श्रीकांत यादव, अंजना राणा आदि ने बताया कि सावन का अंतिम सोमवार विशेष फलदायी माना जाता है और भगवान शिव की आराधना से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मौके पर राहुल राणा, सीताराम यादव, लवकुश राणा, मालती देवी, विजय कुमार, चौधरी, जागेश्वर राणा, रावण विश्वकर्मा, बबलू राम, संजय यादव, परमानंद राणा, दशरथ राणा, प्रदीप यादव, छोटू यादव आदि मौजूद थे.
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