कुछ दिनों के बाद ही वर्षा ऋतु का आगाज होगा. इससे पहले भी लगातार आंधी व तूफान का दंश लोगों को झेलना पड़ा है. जिले में ऐसे गरीब परिवार जिसका कच्चा मकान है, सरकार की ओर से पक्का मकान उपलब्ध किया गया है. मगर व्यवस्था की सुस्ती के कारण ऐसे सैंकड़ों मकान आज भी लाभुकों के उपयोग में नहीं आ रहा है. जिस लाभुक को पिछले दो वर्ष पहले आवास आवंटित किया गया है, डीसी की लगातार बैठक व प्रखंड के पदाधिकारियों के दबाव के बावजूद अब तक पूरा नहीं हो सका है. इसको लेकर इस बात की चिंता जतायी जा रही है कि सरकार की ओर से दिये गये आवास के बावजूद अब तक लाभुक इसका सही लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
लक्ष्य के अनुरूप अब तक मात्र 1053 आवास ही पूर्ण
मेहरमा प्रखंड में लाभुकों को अबुआ आवास 2023-24 में 1188, अंबेडकर आवास 2022-23 में 61 और 2023-24 में 44 लाभुकों को दिया गया. वहीं प्रधानमंत्री आवास का लक्ष्य 2022-23 में 704 दिया गया था. लक्ष्य के अनुरूप अब तक मात्र 1053 आवास पूर्ण हो सका है. इनमें से 944 आवास अधूरा पड़ा है. राज्य व जिला प्रशासन के निर्देश पर सप्ताह में दो दिन पंचायत में चल रहे कार्य की समीक्षा के दौरान केवल अधूरे आवास पर ही चर्चा की जाती है. लगातार बैठक में चर्चा के बावजूद एक भी ईंट इन चार माह के दौरान अधूरे आवास में नहीं जुड़ पाया है. बैठक में वरीय पदाधिकारियों द्वारा पंचायत कर्मी व मुखिया को निर्देश दिया जाता है कि हर हाल में पंचायत के हर गांव में पांच-पांच योजना को चलाना है. खासकर आवास के लाभुक आवास जल्द पूरा करें. बैठक से जाने के बाद पुनः वही स्थिति हो जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है