गोड्डा के स्थानीय महिला महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को झारखंड सरकार के श्रम, नियोजन एवं उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव से उनके आवास पर भेंट कर महाविद्यालय को अंगीभूत कराने की दिशा में पहल की मांग की. प्रतिनिधियों ने मंत्री को अवगत कराया कि महिला महाविद्यालय गोड्डा जिले का एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है, जहां छात्राओं की संख्या सर्वाधिक है. यह महाविद्यालय सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय (एसकेएमयू) से स्थायी रूप से संबद्ध है और राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के अंतर्गत इसे मॉडल कॉलेज का दर्जा प्राप्त है. प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पहले ही महाविद्यालय को अंगीभूत करने हेतु झारखंड सरकार को पत्र (पत्रांक जी-12616, दिनांक 5 दिसंबर 2006 एवं जी-361-6411, दिनांक 18 अप्रैल 2011) भेजा जा चुका है. पत्र में यह स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि महाविद्यालय स्थायी संबद्धता प्राप्त है और इसे वित्तीय वर्ष 2012-13 से अंगीभूत करने की अनुशंसा की गयी थी. साथ ही प्रतिनिधियों ने यह भी बताया कि 23 दिसंबर 2011 को झारखंड विधानसभा में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित हुआ था कि स्थायी संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों को सरकारी सहायता प्रदान की जाएगी. प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री श्री यादव से आग्रह किया कि इस दिशा में राज्य सरकार के स्तर से आवश्यक प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाये, जिससे कॉलेज को स्थायी वित्तीय सहायता प्राप्त हो सके. मंत्री श्री संजय यादव ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि वे इस विषय को सरकार के समक्ष गंभीरता से उठाएंगे और समाधान की दिशा में सार्थक पहल करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में डॉ. साबरा तबस्सुम, डॉ. विभा राय, डॉ. संजु सिंह, डॉ. नूतन झा, डॉ. रेखा सिंह, प्रो. पूनम झा, डॉ. विपिन बिहारी, डॉ. राजीव रंजन भारती, प्रो. विभा सिंह, डॉ. सुधि वत्स, प्रो. सुहागिनी मरांडी, प्रो. सुधीर कुमार एवं श्री रोस टेलर शामिल थे.
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