गोड्डा नगर क्षेत्र में शहरी जलापूर्ति योजना की स्थिति इन दिनों बेहद खराब हो गयी है. बीते 10 से 15 दिनों से शहरवासियों को मटमैला और गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है, जिससे लोग बेहद परेशान हैं. शहर के हजारों घरों में सप्लाई हो रहा यह पानी न तो पीने योग्य है और न ही दैनिक घरेलू उपयोग के लायक. लोग कपड़े और बर्तन धोने के लिए इस पानी का उपयोग तो कर रहे हैं, लेकिन अंत में उन्हें साफ पानी से फाइनल वॉश करना पड़ रहा है. गंगटा मोहल्ले के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र प्रसाद चौधरी व रंजन कुमार चौधरी सहित कई लोगों ने बताया कि लगातार आ रहे गंदे पानी से अब स्वास्थ्य की भी चिंता सताने लगी है. लोगों को मजबूरी में मोटर चलाकर यही पानी उपयोग करना पड़ रहा है. बारिश के दिनों में जलापूर्ति प्रभावित होना कोई नयी बात नहीं है, लेकिन इस बार हालात बद से बदतर हो गये हैं. हैरानी की बात यह है कि संबंधित विभाग या अधिकारी इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रहे हैं. स्थानीय नागरिकों ने अविलंब जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार की मांग की है.
मटमैले पानी की आपूर्ति का कारण पाइपलाइन में लीकेज, सात दिनों में सुधार का दावा
शहरी जलापूर्ति योजना के तहत गोड्डा नगर क्षेत्र में हो रही मटमैले पानी की आपूर्ति को लेकर अब नगर परिषद हरकत में आ गया है. मालूम हो कि जलापूर्ति की जिम्मेदारी नगर परिषद पर है और इसकी निगरानी नगर परिषद के अभियंताओं द्वारा की जाती है. नगर परिषद की ओर से शिवपुर स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पूरे शहर में पानी की आपूर्ति की जाती है. यहां से पानी को पहले शुद्ध किया जाता है, फिर उपभोक्ताओं के घरों तक भेजा जाता है. हालांकि, इस बार की स्थिति अधिक चिंताजनक है. विभागीय जानकारी के अनुसार, पाइपलाइन में कहीं लीकेज की वजह से कीचड़युक्त गंदा पानी पाइप में प्रवेश कर रहा है, जिससे लोगों के घरों तक मटमैला और अशुद्ध जल पहुंच रहा है. इस समस्या को दूर करने के लिए नगर परिषद द्वारा पेट्रोलिंग शुरू कर दी गयी है. लीकेज की पहचान कर पाइपलाइन को दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है. विभाग ने दावा किया है कि अगले सात दिनों के भीतर गड़बड़ी को पूरी तरह ठीक कर दिया जाएगा, जिससे पुनः स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी. स्थानीय लोगों ने नगर परिषद से जल्द से जल्द समाधान की मांग की है, ताकि आमजन को राहत मिल सके.शहरी जलापूर्ति योजना पर शहर की बड़ी आबादी निर्भर है, लेकिन वर्तमान में पानी पीने योग्य नहीं रह गया है. ऐसे में नगर प्रशासन को तत्काल पहल कर समस्या का समाधान करना चाहिए.-बच्चु झा, समाजसेवी, गोड्डाB
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