गोड्डा जिले में पिछले अप्रैल माह के प्रथम व अंतिम सप्ताह के अलावा मई माह के पहले सप्ताह लगातार वर्षा की वजह से जिले के किसानों को रबी फसल में नुकसान झेलना पड़ रहा है. वर्षा की वजह से गेंहू के साथ दलहन एवं तिलहन की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है. विभाग के मुताबिक जिले के किसानों को इस बार बेहतर फसल की उम्मीद थी. मगर बारिश ने उनके मनसूबे पर पानी फेर दिया. किसानों को जहां एक ओर रबी से नुकसान हुआ है, वहीं दूसरी तरफ मूंग व सब्जी की बेहतर खेती कर रहे हैं. लगातार बारिश ने इस फसल को लाभ ही लाभ दिया है. गोड्डा व आसपास के क्षेत्र में आज मूंग से खेत आच्छादित है.
किसानों ने लगाया था 13 हजार एकड़ में गेंहू
इस बार किसानों ने अपने खेत में 13 हजार एकड़ में गेंहू की फसल लगाया था. किसानों के 5 प्रतिशत फसल प्रभावित होने से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. मगर इसकी भरपाई किसानों में मूंग की फसल लगाकर किया है. इस बार जिले के किसानों को अप्रैल माह के बारिश की वजह से 10 हजार एकड़ में मूंग आच्छादित करने का अवसर मिला है. प्रति एकड़ 7 से 8 हजार एकड़ उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित कर किसानों ने फसल लगाया है. कृषि विभाग के मुताबिक जिस प्रकार से मौसम का साथ किसानों को मिल रहा है. मई माह में भी मौसम का साथ मिला तो 80 हजार क्विंटल उत्पादन संभव हो पायेगा. कृषि् वैज्ञानिक डॉ रविशंकर का कहना है कि मौसम का साथ बेहतर है. आगे भी ऐसा रहा तो किसान इस बार बेहतर तरीके से फसल का लाभ ले सकेंगे. हालांकि मई माह में ही रोहण नक्षत्र के आने पर वर्षा भी शुरू हो जायेगी.खेत में करीब दो बीघे में मूंग व सब्जी को लगाया गया है. खेत में भरपूर फसल है. इसका लाभ उन्हें मिल रहा है. इस बार करीब दो वर्षों के बाद उन्हें इस तरह से वर्षा का लाभ गर्मी में मिल रहा है.– बजरंगी कुमार राय, किसान
अपने खेत में करीब ढाई बीघे में मकई व सब्जी की खेती की है. फसल लहलहा रहा है. कई बार तो ऊपर वाले की मदद से सिंचाई हो गयी. खेत में पानी की वजह से फसल का उत्पादन बेहतर होगा.– चुन्नी लाल राय, किसानB
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