गोड्डा पुलिस ने अंतरराज्यीय चार पहिया वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच प्रमुख सरगनाओं को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों से संचालित हो रहा था और चोरी किये गये कुल 42 वाहनों में इसकी संलिप्तता सामने आयी है. इस सफलता का खुलासा गोड्डा के एसपी मुकेश कुमार ने अपनी प्रेस वार्ता में किया. पुलिस ने जो पांच सरगना गिरफ्तार किये हैं, वे कोडरमा के सतगांवा थाना अंतर्गत अजय कुमार चौधरी, मुजफ्फरपुर के जितु श्रीवास्तव, गिरीडीह जिले के संतोष कुमार, मुजफ्फरपुर के साजन कुमार और लातेहार के चंद्रशेखर कुमार ठाकुर हैं. इनके कब्जे से पांच वाहन, चोरी के औजार तथा कई जाली वाहन दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं. एसपी मुकेश कुमार ने बताया कि यह गिरोह बहुत ही चालाकी से स्कॉर्पियो, पिकअप, बोलेरो सहित अन्य चार-पहिया वाहनों की चोरी करता था. वाहन चोरी की खास तकनीक में चोर वाहन के पीछे लॉक तोड़कर अंदर घुसते थे, फिर मशीन की सहायता से जीपीएस सिस्टम और सेंसर को निष्क्रिय कर चोरी करते थे. इस तरह से कुल 42 वाहनों की चोरी की गयी थी.
मुजफ्फरपुर में नकली दस्तावेज के साथ खपाये जाते थे चोरी के वाहन
चोरी किये गये वाहनों को मुजफ्फरपुर ले जाकर नकली चेसिस नंबर आदि पंच किये जाते थे. इसके बाद इन वाहनों को मुख्यतः सब्जी की ढुलाई और शराब के कारोबार में लगाया जाता था. पुलिस के अनुसार, इस गिरोह में मुजफ्फरपुर के एक डीटीओ कर्मचारी के पुत्र भी शामिल था, जो नकली कागजात बनाकर रकम वसूलता था. पुलिस ने बताया कि महागामा, पोडैयाहाट और नगर थाना क्षेत्रों में भी इस गिरोह द्वारा चार-पहिया वाहनों की चोरी की गयी थी, जिनमें गिरोह की संलिप्तता सामने आयी है. अभी एक स्कॉर्पियो वाहन जब्त किया गया है, जबकि बाकी चोरी किये गये वाहन बाजार में खपाये जा चुके हैं.पुलिस की बड़ी सफलता, आगे की कार्रवाई जारी
एसपी ने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है. गिरोह के सभी आरोपी अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किए गये हैं और अब न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गये हैं. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर और सफलता हासिल करने की कोशिश कर रही है. इस महत्वपूर्ण कार्य में लगे सभी पुलिस कर्मियों को नकद पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा.
आरोपियों पर पहले से दर्ज हैं कई आपराधिक मामले
एसपी मुकेश कुमार ने बताया कि गिरोह के सदस्यों द्वारा हाल के वर्षों में कई जिलों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है. गिरफ्तार अपराधियों ने जिन जिलों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है, उनमें गोड्डा-4 वाहन, रांची-4 वाहन, लातेहार-5 वाहन, चतरा-8 वाहन, पलामू-3 वाहन, गुमला-2 वाहन, हजारीबाग-3 वाहन, खूंटी-3 वाहन, बोकारो, दुमका, रामगढ़-प्रत्येक से 1-1 वाहन, बिहार के जमुई जिले से 3 वाहन शामिल हैं. एसपी ने बताया कि सभी आरोपी शातिर अपराधी हैं और इन पर पहले से ही कई जिलों में आपराधिक मामले दर्ज हैं. कुछ मामलों में वे जेल भी जा चुके हैं. वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने के बाद चोरी के वाहनों को नकली कागजात और फर्जी चेसिस नंबर के साथ बेच दिया जाता था. एसपी के निर्देश पर गठित विशेष छापेमारी टीम ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया. इस टीम में शामिल प्रमुख पुलिस अधिकारियों और कर्मियों में महागामा एसडीपीओ चंद्रशेखर आजाद, गोड्डा एसडीपीओ, डीएसपी मुख्यालय (गोड्डा), पुलिस निरीक्षक उपेंद्र महतो, दिनेश महली, थाना प्रभारी शिवदयाल सिंह, आनंद साहा, अन्य पुलिसकर्मी सत्यदीप, विनय कुमार यादव, अमित मार्की, राज गुप्ता, रोहित कुमार, आश्विनी कुमार, रंजन कुमार, अनिल कुमार, तकनीकी शाखा के कर्मी भी कार्रवाई में सक्रिय रहे. एसपी मुकेश कुमार ने इसे गोड्डा पुलिस की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया और कहा कि गिरोह के अन्य सदस्यों और चोरी के अन्य वाहनों की बरामदगी के लिए अभियान जारी रहेगा. इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सभी पुलिसकर्मियों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है