Indian Railways Gift: गोड्डा-झारखंड के गोड्डा से दौराई (अजमेर) के लिए साप्ताहिक ट्रेन को शनिवार को सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इससे अब खाटू श्याम जाना आसान हो गया. डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि आजादी के बाद 2022 में पहली बार गोड्डा से ट्रेन खुली. देर से ही मगर रेल के मामले में दुरूस्त रहा. तीन वर्षों में गोड्डा से यह 15वीं ट्रेन चली है. इस ट्रेन को दिल्ली से ऑनलाइन रेल मंत्री रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हरी झंडी दिखाकर रवाना करनेवाले थे, मगर वे अपने पिता के अस्थि कलश विसर्जन करने वाराणसी चले गये, इस कारण कार्यक्रम में नहीं जुड़ सके. प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक के जेहन में गोड्डा है. गोड्डा सांसद ने कहा कि बिहार में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे झारखंड के संताल परगना को सूरत जैसा बनाएंगे. प्रधानमंत्री का यह कहना क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी बात है. सांसद ने कहा कि इस बार चार और ट्रेनों की सौगात मिलने जा रही है, जिसमें गोड्डा-रांची वंदे भारत शामिल है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जन्मदिन पर गोड्डा-रांची वंदे भारत, गोड्डा-पूणे, गोड्डा-गोवा तथा गोड्डा-बेंगलुरु ट्रेन की सौगात मिल सकती है.
40 हजार करोड़ की रक्सौल-हल्दिया 8 लेन का एलाइनमेंट स्वीकृत
सांसद ने कहा कि रक्सौल से हल्दिया आठ लेनवाली सड़क से गोड्डा व संताल परगना के लोग तीन घंटे में कोलकाता जा सकेंगे. इस सड़क के एलाइनमेंट पर केंद्र सरकार ने कल की स्वीकृति दी है. इस योजना पर 40 हजार करोड़ खर्च किये जायेंगे.
गोड्डा रेलवे स्टेशन में एक ओर प्रवेश द्वार
सांसद ने कहा कि डीआरएम की ओर से उन्हें बताया गया कि जल्द ही गोड्डा रेलवे स्टेशन पर पश्चिम दिशा में एक और प्रवेश द्वार बनेगा. यह जनता के भाजपा को वोट देने के कारण संभव हुआ है. गोड्डा में प्रधानमंत्री की ओर से लगातार तोहफा दिया जा रहा है. इस दौरान डीआरएम मनीष गुप्ता ने कहा कि गोड्डा से अब तक 15 ट्रेनें खुल रही हैं. अजमेर के साथ खाटू तक जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा होगी. यह ट्रेन अजमेर से 3 अगस्त को तथा गोड्डा से पांच अगस्त को नियमित तौर पर संचालित होगी. यह कनेक्टीविटी नहीं, विकास की जीवनरेखा है, जो अवसरों के नये द्वार खोलेगी. कार्यक्रम में राजेश झा, लक्ष्मी चक्रवती, सुभाष यादव, नितेश सिह, राजेश टेकरीवाल, संजीव टेकरीवाल, पवन झा, मुख्य रूप से मौजूद थे.
परिसीमन के बाद कहां से चुनाव लड़ेंगे निशिकांत दुबे?
सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि लोगों के बीच चर्चा है कि परिसीमन के बाद वे कहां से लड़ेंगे चुनाव, देवघर या गोड्डा ? सांसद ने इस बात पर जोर देकर कहा कि वो गोड्डा के हैं और यहीं से लगातार चुनाव लड़ेंगे. सांसद ने कहा कि वो हमेशा यहीं से सांसद रहेंगे, जब तक जनता चाहेगी.