महागामा. महागामा प्रखंड क्षेत्र में नवविवाहितों ने मधुश्रावणी व्रत का समापन रविवार को किया. इस दौरान नवविवाहिताओं ने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए नेम निष्ठा के साथ कच्ची मिट्टी के हाथी पर विराजमान गौरी महादेव के अलावा नाग नागिन, बिषहरी आदि की प्रतिमा को कोहवर के पास स्थापित कर विधिपूर्वक पूजा की. अलग-अलग कथा व गीत गाये गये. इस दौरान बुजुर्ग महिलाओं सावित्री सत्यवान, शंकर पार्वती, राम-सीता, राधा कृष्ण आदि देवी-देवताओं से जुड़ी कथा मधु श्रावणी पूजन के दौरान सुनाया. कथा समाप्ति के बाद सुहागिनों को सुहाग सामग्री मेहंदी सिंदूर लहटी और नया वस्त्र प्रदान किया गया. पर्व समाप्ति के एक दिन पूर्व वर पक्ष द्वारा कन्या पक्ष के समूचे परिवार के लिए पूजन सामग्री और वस्त्र भेजा गया. वर पक्ष द्वारा भेजे गए वस्त्र, शृंगार सामग्री, आभूषण को धारण कर नवविवाहिता ओं ने अंतिम दिन विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की. इसके साथ ही अंतिम दिन पान व गरम सुपारी से नव विवाहिताओं के हाथ व पांव दाग कर टेमी दागने की परंपरा निभाया गया. मधुश्रावणी के दौरान प्रतिदिन संध्या में नवविवाहिताओं द्वारा आरती पूजन, सुहाग गीत और कोहबर गीत गाये गये. पूजा के अंतिम दिन बुजुर्गों द्वारा नवविवाहताओं को आशीर्वाद दिया. मधुश्रावणी पूजन को लेकर नवविवाहिताओं में श्रद्धा व उत्साह का माहौल बना रहा.
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