महागामा. साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर के जनआंदोलन के तहत महागामा के जयनारायण प्लस टू विद्यालय में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्राचार्य खालिद तमीज ने की. कार्यक्रम में एक्सपर्ट सह अतिथि एसबीआई आरसीएमपी शाखा के मुख्य प्रबंधक अमित कुमार शामिल हुए. इस दौरान एक्सपर्ट व स्कूल के शिक्षकों ने साइबर अपराध से जुडे मामले की पूरी जानकारी बच्चों को दी. बताया कि साइबर अपराध इस वक्त समाज व देश के लिए चिंता के साथ चुनौती बन गयी है. हर दिन सैकड़ों लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं. मोबाइल के माध्यम से खाते से रुपये ठग उड़ा देते हैं. इस दौरान बच्चों को जागरूक करते हुए घर परिवार व समाज के लोगों को इस मामले से रूबरू कराने की अपील की संचालन प्रतिनिधि गुंजन कुमार ने किया . क्या कहते हैं एक्सपर्ट किसी भी अनजान नंबर से एसएमएस आने पर रिप्लाई नहीं करें. न टच करें. इससे आपके फोन की सारी जानकारी शेयर हो जाती है. छात्रा- छात्राओं को डाटा शेयरिंग से बचने की सलाह देते हुए कहा कि सतर्कता ही बचाव है. अगर किसी के साथ साइबर ठगी होती है तो तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर डायल करें, इंटरनेट पर लाइक करने के लालच से बचे, साइबर अपराध के प्रति अपने व परिजनों को भी जागरूक करें. क्योंकि सतर्कता ही साइबर अपराध से बचने की पहली सीढ़ी है. – अमित कुमार, मुख्य प्रबंधक सह एक्सपर्ट लोगों के बीच अक्सर पैसा दोगुना करने जैसे फ्रॉड कॉल आते हैं. ऐसे कॉल के लालच से बचें, सोशल मीडिया का सोच समझकर यूज करें. वर्तमान समय में साइबर अपराध देश के लिए गंभीर चुनौती है. प्रतिदिन कही न कही साइबर ठग भोले- भाले लोगों को अपनी झांसे में लेकर उनकी कमाई चंद सेकेंड में उड़ा देते हैं. साइबर अपराधी इंटरनेट का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी का जाल बिछा रहे हैं. साइबर क्राइम के शिकार होने से बचने के लिए जागरूक होना महत्वपूर्ण है. ओटीपी शेयर नहीं करें. -आकांक्षा जायसवाल, सर्विस मैनेजर, एसबीआइ साइबर अपराध से बचने के लिए प्रभात खबर का जागरुकता कार्यक्रम बेहतर है. सभी विद्यार्थी अपने अभिभावकों और परिजनों को भी साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करें. किसी भी लालच प्रलोभन के चक्कर में नहीं आये. पहले बड़े-बड़े शहरों में साइबर अपराधी के शिकार होने के मामले सामने आते थे लेकिन अब गांव में भी साइबर फ्रॉड के शिकार होने के मामले सामने आ रहे हैं. जागरुकता की कमी के कारण लोग साइबर अपराधियों के लुभावने लालच में आकर ठगी के शिकार हो जाते हैं. खालिद तमीज, प्राचार्य, मोबाइल इंटरनेट पर अनजान व्यक्ति से बात करने से पहले पूरी तरह सावधानी बरतें, किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, प्रलोभन वाले कॉल को तुरंत काट दें, बैंक खाता, एटीएम नंबर व ओटीपी किसी के साथ साझा ना करें. जागरूक रहकर हम ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं. अपने अभिभावकों को भी जागरूक करें. सोशल मीडिया में प्रलोभन के मैसेज आते रहते हैं. इससे सावधान रहने की जरूरत है. लालच में कभी नहीं पड़ें, नहीं तो आपकी जमापूंजी चंद मिनट में गोल हो जायेगी. – राजलक्ष्मी, शिक्षिका वर्तमान समय में इंटरनेट के माध्यम से होने वाले साइबर ठगी, डिजिटल अरेस्ट, साइबर अटैक के मामले में काफी बढ़ोतरी हो रही है. इससे बचने के लिए हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है. मोबाइल पर किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना पर्सनल डिटेल, वित्त संबंधी जानकारी जैसे पासबुक, पैन, आधार, ओटीपी शेयर करने से बचें. सोशल मीडिया के इस्तेमाल करें. पर सचेत रहने की जरूरत है. प्रलोभन वाले मैसेज के चक्कर में कभी नहीं आयें. साइबर ठग तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे हैं. – संजय कुमार सक्सेना, शिक्षक साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक होकर मोबाइल का इस्तेमाल करें. अनजान लिंक व लालच वाले मैसेज को क्लिक करने से बचें. जागरूक रहकर ही हम साइबर ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं. अन्य लोगों को भी साइबर क्राइम से बचा सकते हैं. फेसबुक व मोबाइल में तरह-तरह के ठगी के मैसेज आते रहते हैं. ठग फोन कर भी लोगों को भरमाते हैं. मोबाइल के ओटीपी लेकर अपने मोबाइल में खोल कर खाते की जमापूंजी को गायब करने में जुटे रहते हैं. – अमित कुमार, शिक्षक साइबर ठगी करने वाले अपराधी न केवल साधारण लोगों को शिकार बनाते हैं, बल्कि शिक्षित, नौकरी पैसा लोगों को भी विभिन्न प्रकार के लालच देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं. इस तरह के घटना से सतर्क रहने की जरूरत है. अनजान लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती कई बार साइबर अपराध का कारण बनती है, इसलिए गोपनीय जानकारी साझा नहीं करें. नहीं आपके खाते की राशि चंद मिनटों में गायब हो जायेगी. बच्चे अपने अभिभावक को भी सचेत करें. ताकि ठगी न हो सके. – अर्चना कुमारी, शिक्षिका
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