कामडारा. प्रखंड के टीटीही भीमाटोली स्थित नाला पर फिर से श्रमदान से लकड़ी व बांस की पुलिया ग्रामीणों ने श्रमदान कर बनायी है. बारिश में बही पुलिया का निर्माण भी श्रमदान से ही बनाया गया था. क्षेत्र के लोगों को आवागमन में हो रही परेशानियों को देखते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने लगभग 50 फीट बांस की पुलिया बनायी हैं. जानकारी के अनुसार सरिता पंचायत के टीटीही गांव के भीमाटोली नाला होते हुए पकरा रेलवे स्टेशन तक रोजाना आसपास के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों का आवागमन होता है. चूंकि उस रास्ते प्रखंड मुख्यालय व नेशनल हाइवे पथ की दूरी भी कम होती है. लेकिन पांच जुलाई की रात में बारिश से टीटीही भीमाटोली नाला पर श्रमदान से बनायी गयी डायवर्सन पुलिया बह गयी, जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. यदि प्रखंड मुख्यालय व स्कूल, कॉलेज जाने के लिए लोगों को गांव सरिता या फिर गांव पोजे होते 17 किमी की दूरी तय करनी पड़ रही थी. अथवा नाला में कमर भर पानी में घुस कर उस पार जाना पड़ रहा था. इसको देखते हुए ग्राम प्रधान हेरन सुरीन के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने श्रमदान कर बांस की पुलिया बनायी. इसमें कुछ ग्रामीणों द्वारा स्वेच्छा से बांस दिया. वहीं कुछ ग्रामीणों ने स्वेच्छा से चंदा स्वरुप पैसा दिये. श्रमदान करने वाले ग्रामीणों में पतरस सुरीन, रंजीत सुरीन, नामजन सुरीन, बच्चन सुरीन, अनूप साहू, अमित साहू, फुलचंद साहू, निरल सुरीन, ज्ञामशन सुरीन, अनुज सुरीन, विल्सन सुरीन, सीप्रियन कंडुलना, नुआस मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है