जारी. विश्व स्तनपान सप्ताह पर शनिवार को उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने प्रखंड के श्रीनगर गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची. उन्होंने आंगनबाड़ी सेविका समेत महिलाओं को स्तनपान से संबंधित कई चीजों को जानकारी देते हुए कहा कि मां का दूध नवजात शिशुओं के लिए सर्वोत्तम व संपूर्ण आहार है. यह न केवल शिशु को कुपोषण से बचाता है, बल्कि रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है. डीसी ने कहा कि मां का दूध शारीरिक व मानसिक विकास के साथ-साथ मां व बच्चे के बीच एक गहरा भावनात्मक संबंध भी स्थापित करता है. वहीं कितनी भी व्यस्तता क्यों न हो. शिशु के जन्म के छह माह तक केवल स्तनपान कराना सुनिश्चित करें. इससे मां भी निरोग रहेगी और शिशु भी स्वस्थ रहेगा. उपायुक्त ने आंगनबाड़ी सेविका से शौचालय, पानी, किचन की बारीकी से जानकारी ली. मौके पर सुपरवाइजर रेखा कुमारी, विनिता देवी, सरोजनी टोप्पो, एमेल्डा मिंज आदि मौजूद थे.
युवक ने फांसी लगा कर की आत्महत्या
सिसई. थाना क्षेत्र के सकरौली निवासी स्व. बाकेश्वर उरांव के पुत्र किशुन उरांव (22) ने शनिवार को 11 बजे अपने घर के अंदर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते पुलिस रेफरल अस्पताल सिसई पहुंच कर शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए शव को सदर अस्पताल गुमला भेज दिया. उसने आत्महत्या क्यों की यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. दिन के 10 बजे तक उसे गांव में घूमते देखा गया था. घटना की जानकारी लोगों को उस समय हुई, जब उसकी मां करीब 11 बजे खेत से काम कर घर लौटी, तो उसने दरवाजा को अंदर से बंद पाया, काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुलने पर उसने स्थानीय लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ कर अंदर गयी, तो किशुन उरांव को फांसी के फंदे से लटके हुए पाया. आनन-फानन में उसे फंदे से उतारकर सिसई रेफरल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि किशुन के पिता स्व. बाकेश्वर उरांव भी 10 साल पहले ठीक उसी स्थान पर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी, जहां किशुन ने फांसी लगायी है. युवक अपनी मां के साथ गांव में रहता था. उसका बड़ा भाई फौज में है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है