गुमला. सदर अस्पताल गुमला परिसर स्थित एएनएम नर्सिंग ट्रेनिंग कॉलेज गुमला में नर्स दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि नर्सिंग कॉलेज की निदेशक नैंसी रेचल ने की. मौके पर उन्होंने कहा कि यह दिन विश्व के प्रथम नर्सिंग सेवा में पूर्ण रूप से समर्पित फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन पर मनाया जाता है. एक नर्स जो मरीजों की सेवा करती है, वह अपनी ट्रेनिंग पास करने के साथ ही मरीजों के लिए एक मां जैसी बन जाती है. चाहे उस मरीज की उम्र कितनी भी कम या बड़ी क्यों न हो. नर्स बुजुर्गों की सेवा मन, मेहनत, ईमानदारी से करती है. ईश्वर की ओर से नर्स चुना जाता है. अब हमको समझना है कि इस जिम्मेदारी को कैसे निभायें. नर्स को मां का दर्जा प्राप्त है. प्राचार्य मेजर नीरजा केरकेट्टा ने कहा कि नर्सिंग छात्राओं को हमेशा तीन बातें याद रखनी चाहिए. पहला बड़ों का आदर करना, दूसरा सभी कामों को ईमानदारी से करना और तीसरा दुखों से घबराना नहीं चाहिए, तभी सफलता मिलेगी. मौके पर कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं. भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति को प्रदर्शित किया गया. मौके पर पूजा तोडी, दिव्या कुमारी, संध्या कुमारी, सुमिता चटर्जी, अनिल कुमार, चंदन कुमार, वीरेंद्र तिवारी मौजूद थे.
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