पालकोट. गुमला में बाबा बोरा के पैकेट में सरकारी राशन चावल की पैंकिंग कर सप्लाई करने का मामला सामने आया है. चावल माफियाओं ने चावल गोदाम के कर्मियों से मिल कर यह कारनामा कर रहे हैं. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब सिमडेगा विधायक के प्रतिनिधि मनीष कुमार ने पालकोट प्रखंड के बघिमा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में कई अन्य जनप्रतिनिधि शामिल थे. निरीक्षण में पाया गया कि स्कूल के सप्लायर द्वारा वर्ष 2023 का बाबा चावल के बोरा में सरकारी राशन चावल पैकेट में बंद कर स्कूल के बच्चों के लिए भेजा गया है. यह सिलसिला कोई एक दिन का नहीं है. बल्कि हर दिन कस्तूरबा स्कूल में सरकारी चावल की सप्लाई की जा रही हे. इसके अलावा दाल में पानी की अधिक मात्रा पायी गयी. छात्राओं को मिलने वाली साग-सब्जी मेन्यू के आधार पर नहीं पायी गयी. इस पर प्रतिनिधि ने बीडीओ विजय उरांव को फोन कर उक्त विद्यालय आने की अपील की. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बीडीओ कस्तूरबा विद्यालय पहुंच कर मामले की जांच की. बीडीओ ने कहा कि सभी बिंदुओं पर जांच कर वरीय अधिकारियों को मामले से अवगत कराऊंगा. वार्डेन सरोजिनी टोप्पो ने कहा कि जिस सप्लायर ने टेंडर लिया है, उसके द्वारा समान दिया गया है. कौन से चावल आ रहा है. मुझे पता नहीं. बाबा चावल कह कर हमें सप्लाई की जा रही है. बाबा बोरा में सरकारी राशन का चावल है. इसका मुझे पता नहीं है. मुखिया जोसफिन टेटे ने कहा कि चावल सप्लाई करने वाला गलत चावल दिया है. बाबा चावल के नाम पर राशन चावल को दिया गया है. मनीष कुमार ने कहा है कि गुमला प्रशासन जिले के सभी कस्तूरबा स्कूलों की जांच करायें, जहां भी गलत तरीके से सरकारी चावल की सप्लाई हो रही है. वहां जांच कर कार्रवाई की जाये.
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