हजारीबाग. जिले में अनाथ व निराश्रित बच्चों के आधार पंजीकरण और कानूनी सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने पहल की है. इसको लेकर गुरुवार को न्याय सदन भवन में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्राधिकार के अध्यक्ष, प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार ने इस योजना को शुरू करने और इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक टीम का गठन किया है, जिसका नाम साथी टीम रखा गया है. टीम में प्राधिकार के सचिव गौरव खुराना, सीडीपीओ, यूआइडीएआइ के प्रतिनिधि, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला स्वास्थ्य पदाधिकारी, सिविल सर्जन, बाल विकास पदाधिकारी, जुवेनाइल यूनिट के पदाधिकारी, अनाथ बच्चों की देखभाल करने वाले संस्थानों के सदस्य, चार पैनल अधिवक्ता और चार पारा वॉलंटियर को शामिल किया गया है.
नवगठित टीम को जिम्मेदारियों से अवगत कराया
नवगठित टीम के सदस्यों को जिला जज ने उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि ऐसे निराश्रित बच्चे जिनका आधार पंजीकरण नहीं हो सका है, उन्हें चिह्नित कर उनका आधार पंजीकरण कराया जाये. इस काम में टीम के सभी सदस्य एक-दूसरे का सहयोग करते हुए कार्य को पूरा करेंगे. जिला जज ने सदस्यों से कहा कि समय-समय पर प्रगति रिपोर्ट से प्राधिकार को अवगत कराया जाये. इसके लिए एक चरणबद्ध कार्यक्रम तैयार किया गया है, जिसकी शुरुआत 26 मई से होगी और समापन 15 अगस्त को किया जायेगा. चिह्नित बच्चों को कैंप लगाकर उनका आधार पंजीकरण कराने की बात कही गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है