हजारीबाग. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में शुक्रवार को व्यवसायिक पाठ्यक्रम संचालित करने वाले स्ववित्त पोषित विभागों के निदेशकों व यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज के प्राचार्य की उच्चस्तरीय बैठक हुई. अध्यक्षता कुलपति प्रो चंद्र भूषण शर्मा ने की. इस दौरान सभी निदेशकों ने अपने-अपने विभागों की समस्याओं को कुलपति के समक्ष रखा. सभी को सुनने के बाद कुलपति ने कहा कि सभी समस्याओं का निदान शीघ्र कर लिया जायेगा. नामांकन में स्थान रिक्त रह जाने के विषय को कुलपति ने गंभीरता से लिया. उन्होंने इसके कारण को जानना चाहा. इस पर निर्देशकों ने बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाना तथा गेस्ट फैकल्टी की प्रक्रिया की जटिलता के कारण मुख्य रूप से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. वेतन में एकरूपता का अभाव तथा अनियमित वेतन वृद्धि के बिंदु के प्रति भी कुलपति का ध्यान आकृष्ट कराया गया. कुछ निदेशकों ने कुलपति को बताया कि इन्हीं पाठ्यक्रमों में निजी संस्थानों में नामांकन बढ़ रहे हैं, जबकि विश्वविद्यालय के विभागों में नामांकन प्रभावित हो रहे हैं. कुलपति ने इसका कारण को जानना चाहा. कुलपति ने यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ रश्मि प्रधान को सभी संस्थाओं के नियम-परिनियम का अध्ययन करके विश्वविद्यालय के स्ववित्त पोषित विभागों के लिए एक परिनियम का प्रारूप तैयार करने को कहा है. साथ ही इन विभागों में कार्यरत शिक्षकों की नियुक्ति तथा इन्हीं विभागों के शिक्षकों के वेतन निर्धारण से संबंधित प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है. कुलपति ने सभी व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के स्ववित्त पोषित विभागों को पूर्ण नामांकन के लक्ष्य को प्राप्त करने का निर्देश दिया. बैठक में विश्वविद्यालय के वित्त सलाहकार अखिलेश शर्मा, कुलसचिव डॉ सादिक रज्जाक व वित्त पदाधिकारी सुरेंद्र कुशवाहा भी उपस्थित थे.
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