पदमा़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंपाडीह में चार माह से डॉक्टर के नहीं रहने से मरीज परेशान हैं. डॉ नीलू कुमारी के स्थानांतरण होने के बाद से अब तक केंद्र में किसी भी चिकित्सक की पदस्थापना नहीं हुई है. स्वास्थ्य केंद्र एएनएम और जेएनएम के भरोसे चल रहा है. महिलाओं का प्रसव भी बिना डॉक्टर के कराया जा रहा है. एएनएम केंद्र में आनेवाले मरीजों की स्वास्थ्य जांच कर दवा देती हैं. पहले यहां प्रतिदिन 50 और 100 मरीज इलाज कराने आते थे. अब मात्र आठ-दस ही पहुंच रहे हैं. यही हाल महिलाओं के प्रसव में भी है. पूर्व में प्रत्येक माह दो दर्जन महिलाओं का प्रसव कराया जाता था. वहीं इस माह में अब तक मात्र पांच महिलाओं का प्रसव कराया गया है. इस संबंध में पूछने पर केंद्र में पदस्थापित स्वास्थ्य कर्मियों ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.
प्रखंड को मिली 108 एंबुलेंस खराब
पदमा प्रखंड को झारखंड सरकार से मिली 108 एंबुलेंस कई माह से खराब है. उसे बनाने के लिए भेजा गया है. एंबुलेंस नहीं रहने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
डॉक्टर का मांग किया हूं : सीएचसी प्रभारी
सीएचसी पदमा के प्रभारी डॉ धीरज कुमार ने बताया कि प्रखंड में डाॅक्टर की कमी है. यहां सिर्फ दो डेंटल डॉक्टर ही पदस्थापित है. मैं डाॅक्टर की मांग की है, परंतु अब तक डाॅक्टर उपलब्ध नहीं कराया गया है.डाॅक्टर आते ही चंपाडीह में भेज दूंगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है