: एनएच-टू स्थित चौपारण की दनुआ घाटी में आये दिन हो रहे हैं हादसे
चौपारण. एनएच-टू स्थित दनुआ घाटी में सड़क दुर्घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है. आये दिन यहां छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिसमें जान माल की भी क्षति हो रही है. शनिवार को घाटी में महज एक किमी के अंतराल में तीन वाहन दुर्घटनाएं हुईं. एक घटना में बेटा की शादी का कार्ड बांटने जा रहे एक पिता सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गये. घायलों को एनएचएआई की एंबुलेंस से सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग रेफर कर दिया गया.एक के बाद एक दुर्घटना :
पहली घटना हथिया बाबा ढलान में घटी, जहां चालक के संतुलन खोने के बाद एक ट्रक करीब 30 फीट गहरी खाई में चला गया. इस घटना में ट्रक के परखच्चे उड़ गये. खलासी नूर हसन (40) मैनपुरी यूपी घायल हो गया, जबकि चालक को हल्की चोटे आयी हैं. इलाजरत नूर ने बताया कि ट्रक ( यूपी 76 के 9288) झारखंड से बिहार की ओर जा रहा था, तभी चालक गाड़ी पर से अपना नियंत्रण खो बैठा और ट्रक सड़क किनारे पलट कर खाई में चला गया. दूसरी घटना में एक ट्रक डिवाइडर से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चालक व उप चालक को हल्की चोट आयी हैं. तीसरी घटना हथिया बाबा मंदिर के कुछ दूरी पर ढलान में घटी. जहां पहले से सड़क किनारे खड़े एक ट्रक में कार ने जोरदार टक्कर मार दी. जब तक कार पर सवार लोग संभल पाते कि कार में एक दूसरे ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी. इस घटना में लक्ष्मण कुमार मेहता (40), मुंद्रिका प्रसाद मेहता (44) और राजेंद्र यादव (55) घायल हो गये. तीनों को प्राथमिक इलाज के बाद रेफर कर दिया गया. घायल राजेंद्र यादव इचाक मंगरा निवासी ने बताया कि वह अपने पुत्र की शादी का कार्ड बांटने कार (जेएच 02 5661) से बनियाटांड़ गणेश यादव के घर जा रहे थे. उनके साथ कार में लक्ष्मण एवं मंद्रिक प्रसाद मेहता सवार थे. चौथी घटना उक्त स्थल पर ही घटी, जहां धनबाद से बाइक से औरंगाबाद जा रहे प्रकाश कुमार (30) दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें वह घायल हो गया. स्थानीय लोगों के सहयोग से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे रेफर कर दिया गया.दो दिनों में घाटी में आठ वाहन दुर्घटना:
वाहन दुर्घटना को लेकर दनुआ घाटी सुर्खियों में है. आये दिन इस घाटी में वाहन दुर्घटनाएं हो रही हैं. घटना के बाद घाटी लहूलुहान हो जाता है. कई लोगो की मौत असामयिक हो जा रही है. इस पर रोकथाम के लिए सरकार द्वारा कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा रहा है. यहां दो दिनों में आठ वाहन दुर्घटनाएं हुई हैं. संयोग से इन दो दिनों में किसी को जान गंवानी नहीं पड़ी, पर दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है