हजारीबाग. पिछले दिनों आयी आंधी-बारिश से शहर की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है. बिजली संकट के कारण यहां की आर्थिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है. व्यवसायियों को व्यापार चलाने के लिए अतिरिक्त डीजल पर राशि खर्च करनी पड़ रही है. हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने भी अनियमित बिजली आपूर्ति को लेकर विद्युत महाप्रबंधक को पत्र भेजा है. इससे पहले बड़कागांव विधायक रौशनलाल चौधरी ने अधीक्षण अभियंता से मुलाकात कर बड़कागांव क्षेत्र में नियमित बिजली आपूर्ति की बहाल करने की मांग की थी. चेंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक अध्यक्ष राजेंद्र लाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से बिजली संकट से व्यवसायियों को काफी परेशानी हुई है. आंधी-बारि के कारण शहर में कई पेड़ गिरने से लोगों को लगातार बिजली नहीं मिल पायी है. औसतन उपभोक्ताओं को 14 से 15 घंटे बिजली मिल रही है. आनंद देव ने कहा कि शहर में छोटे-छोटे अंतराल में बिजली कट रही है. उपभोक्ता परेशान हैं. शाम के समय ज्यादा बिजली कट रही है. बारिश में बिजली संकट गहराया है. जब भी मौसम खराब होता है कई दिनों तक बिजली असामान्य हो जाती है. सरकार केबलिंग का कार्य पूरी तरह अंडरग्राउंड करें. सतीश कुमार शाह ने कहा कि पिछले चार दिनों से दुकान में बिजली लगातार नहीं मिल रही है. व्यवसाय करने में काफी परेशानी होती है. लैपटॉप व मोबाइल डिस्चार्ज हो जा रहे हैं. बिल्डर प्रणव कुमार ने कहा कि हजारीबाग शहर में बिजली की समस्या पिछले कई सालों से है. लचर बिजली व्यवस्था की वजह से यहां की व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ता है. बिल्डर विजय श्री ने कहा कि हजारीबाग में बिजली आपूर्ति की स्थिति बद से बदतर है. हमलोग शहर में भी रहकर ग्रामीण क्षेत्र की तरह महसूस करते हैं. शहर में प्रत्येक एक से दो घंटे बाद बिजली गुल रहती है. यहां के उद्योग प्रभावित होते हैं. बिजली बिल लगातार बढ़ रही है. इसके बाद भी बिजली की नियमित आपूर्ति नहीं होती है. सरकार की अनदेखी से जनता परेशान हैं. कृष्णा प्रसाद उर्फ पंडित जी ने कहा कि व्यवसाय के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत हुई. बिजली नियमित नहीं रहने से व्यवसाय पर असर पड़ा.
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