केरेडारी. थानांतर्गत कंडाबेर-बारियातु अवैध कोयला खदान में फंसे तीन लोगों के रेस्क्यू के लिए 72 घंटे बाद एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची. एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम ने शनिवार की दोपहर से बचाव और राहत कार्य शुरू किया. रेस्क्यू टीम अवैध कोयला खदान के मूल में घुसी और करीब 80 फीट तक गहरे पानी में फंसे लोगों की तलाश की. एनडीआरएफ की टीम रस्सी के सहारे अवैध कोयला खदान में प्रवेश कर कई घंटे तक प्रयास करती रही, लेकिन उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लगा. शाम होने के बाद राहत और बचाव कार्य को रोक दिया गया. ज्ञात हो कि 21 मई को खदान से मोटर पंप निकालने के दौरान बाढ़ के पानी से तीन मजदूर खदान में फंस गये थे. इनमें कंडाबेर गांव के प्रमोद साव (45 वर्ष), उमेश कुमार (25 वर्ष) और नौशाद आलम (25 वर्ष) शामिल हैं. खदान में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए केरेडारी पुलिस भी तीन पालियों में काम कर रही है. पहली पाली में सुबह थाना प्रभारी विवेक कुमार, दूसरी पाली में पुअनि टिंकू सिंह और तीसरी पाली में सअनि हैदर अली तैनात हैं. केरेडारी सीओ रामरतन वर्णवाल ने बताया कि खदान में अभी भी काफी पानी है. एनटीपीसी से और भी मोटर पंप इस खदान में लगाये जा रहे हैं. रात में मोटर पंप चलने से खदान में पानी कम होने की संभावना है. कल सुबह से फिर एनडीआरएफ की टीम लापता लोगों की खोजबीन करेगी.
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