केरेडारी. केरेडारी थाना क्षेत्र के बारियातु-कंडाबेर स्थित जंगल में अवैध कोयला खदान में लापता तीन लोगों की खोजबीन 10वें दिन भी जारी रही. स्थानीय लोगों और त्रिवेणी सैनिक कोल माइंस की 14 मशीनें लगातार खदान का पानी सुखाने में लगी हैं. ग्रामीणों ने बताया कि यदि बारिश नहीं हुई तो रविवार तक पानी पूरी तरह सूख सकता है. घटनास्थल पर ग्रामीण पुरुष टेंट लगाकर रातभर निगरानी करते हैं, जबकि महिलाएं दिनभर आसपास बैठकर अपनों से मिलने का इंतजार कर रही हैं. खदान में डूबे हुए लोगों में कंडाबेर गांव के प्रमोद साव, उमेश साव और नौशाद आलम शामिल हैं. उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रमोद, उमेश और नौशाद के परिजन सुबह से शाम तक वहीं बैठे रहते हैं. प्रमोद की पत्नी मंजू देवी, नौशाद की पत्नी अजमेरी और उमेश की पत्नी संजू देवी का हाल बेहाल है. लापता होने के बाद से इन परिवारों के घरों में चूल्हा नहीं जला है, इसलिए गांव वाले खदान पर ही उनका खाना भेज देते हैं. लापता प्रमोद के पिता रीतलाल साव व नौशाद के पिता बदरूद्दीन अंसारी ने बताया कि हमलोग काफी परेशान हैं, उम्मीद लगाये बैठे हैं कि कब वे लोग मिलेंगे. ज्ञात हो कि 21 मई को खदान में अचानक बारिश और नदी का पानी घुसने के कारण यह हादसा हुआ था.
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