केरेडारी. प्रखंड कार्यालय सभागार में स्नेह फाउंडेशन व सीसीएल के सहयोग से सोसायटी फॉर नेचर एजुकेशन एंड हेल्थ (स्नेह) द्वारा सिकल सेल एनीमिया की पहचान को लेकर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान लोगों को बताया गया कि केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया की पहचान करने के लिए प्रत्येक घरों का सर्वे किया जा रहा है. सिकल सेल एनीमिया खून की एक बीमारी है, जो माता-पिता से बच्चों में आती है. इसके रोकथाम को लेकर यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जब किसी बच्चे को मां और पिता दोनों से एक खास तरह का खराब जीन (जिसे एचबीबी जीन कहा जाता है) मिल जाता है, तब उसे सिकल सेल एनीमिया हो सकता है. यह शरीर में खून के लिए जरूरी हिमोग्लोबिन को बदल देता है. हिमोग्लोबिन खून में ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करती है़ जब ऑक्सीजन शरीर को पर्याप्त नहीं मिलता है, तो कमजोरी, दर्द और दूसरी बीमारी शुरू हो जाती है. कार्यक्रम में बीडीओ विवेक कुमार, सीओ रामरतन कुमार वर्णवाल, मुखिया झरीलाल महतो, सीएचसी प्रभारी डॉ नफीस अंजुम, स्नेह फाउंडेशन के डॉ रश्मि, सीसीएल के मोहनीश रजा, लिपिक उमेश दास, बीएओ अनुज कुमार, जनसेवक प्रशांत कुमार, प्रवीण कुमार, पर्यवेक्षक तैयब हुसैन, ऋतुराज कुमार, खुशवंत कुमार व बैधनाथ महतो मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है