हजारीबाग. कोविड-19 महामारी से दुनिया में लाखों लोगों ने जान गंवाई. अभी भूले भी नहीं हैं कि एशिया के दर्जनों देशों में कोविड जेएन-वन वेरियंट का केस मिलना शुरू हो गया है. झारखंड सहित भारत के दर्जनों राज्यों में कोविड मरीज मिल रहे हैं. इस वेरिएंट का संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है. हालांकि, इस वेरिएंट में खतरा कम है और अधिकतर लोगों में इसके लक्षण हल्के देखे गये हैं. इसमें गले में खरास, सर्दी, हल्का बुखार, थकान और खांसी जैसे लक्षण हैं. यह पूर्व के ओमिक्रोन वायरस से मिलता-जुलता है. हालांकि, जेएन-वन की सबसे बड़ी चिंता इसकी तेजी से फैलने की क्षमता है. यह वेरियंट बहुत आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकता है, जिससे बीमारी तेजी से बढ़ सकती है. यह जानकारी मेहता हॉस्पिटल के निदेशक डॉ आरसी मेहता ने रविवार को अपने कार्यालय में दी. डॉ मेहता ने कहा कि इससे बचने के लिए भीड़-भाड़ वाली जगहों पर कम जायें. मास्क पहनें. खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रूमाल से ढकें, ताकि वायरस दूसरों तक न पहुंचे. हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोते रहें, सैनिटाइज करते रहें. यदि आपको बुखार, खांसी या गले में खरास जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो घर पर ही रहें. जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें. इस आसान उपाय को अपनाकर आप खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि हृदय, डायबिटीज, किडनी, अस्थमा, टीबी के पुराने रोगी अनावश्यक रूप से घर से न निकलें. फ्रिज में रखे हुए और बासी भोजन का प्रयोग न करें.
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