चौपारण. गर्मी बढ़ते ही पेयजल संकट गहराने लगा है़ पीएचइडी विभाग व 15वीं वित्त की राशि से बनी क्षेत्र की अधिकांश जलमीनार तकनीकी गड़बड़ी के कारण केवल मोहल्ले की शोभा बढ़ा रहीं हैं. चौथी पंचायत के नगवां रोड पर 15वें वित्त की 3,60,500 रुपये की लागत से वर्ष 2021 में एक जलमीनार बनायी गयी थी़ इस जलमीनार से करीब डेढ़ साल तक मोहल्ले वासियों को पानी मिला़ बाद में तकनीकी गड़बड़ी के कारण जलमीनार से जलापूर्ति ठप हो गयी़ मोहल्लेवासियों ने इसे बनवाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके.
क्या कहते हैं मुखिया
मुखिया उपेंद्र यादव उर्फ गुलाबी यादव ने बताया कि जलमीनार खराब होने की सूचना मिली है. इसे बनवाने के लिए प्रखंड से लेकर जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है. उन्होंने बताया कि जलमीनार में जलापूर्ति के लिए लगी मशीन में तकनीकी खराबी आ गयी है. इसका एक पार्ट खराब हो गया है, जो बाजार में उपलब्ध नहीं है.
आंबेडकर मुहल्ले में छह माह से खराब है मास्ट लाइट
बड़कागांव. प्रखंड के मध्य पंचायत स्थित आंबेडकर मोहल्ला में छह माह से मास्ट लाइट तथा चार साल से दर्जनों स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी है, जिससे गली-मोहल्ले अंधेरे में डूबे हुए हैं. इस मोहल्ले में पांच सौ घर हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अंधेरे के कारण सांपों का डर बना रहता है. कई जगहों पर सड़कें भी खराब हैं, जिससे लोगों को चलने-फिरने में दिक्कतें हो रही हैं. रविदास महासभा के नगर अध्यक्ष राजूराम ने बताया कि इस समस्या के संबंध में बड़कागांव मध्य पंचायत के मुखिया को अवगत कराया गया है. 15वें वित्त आयोग के तहत पूर्व मुखिया विशुन रजक द्वारा यह काम कराया गया था, लेकिन स्ट्रीट लाइट केवल एक साल तक ही जली थीं. इसके अलावा, बड़कागांव मध्य पंचायत के राणा मोहल्ला, बरगद मोहल्ला, कुम्हार मोहल्ला, मुस्लिम मोहल्ला, ठाकुर मोहल्ला और बसरिया मोहल्ला में भी स्ट्रीट लाइट खराब हैं. इस संबंध में मुखिया मो तकरीम उल्लाह खान ने बताया कि सभी पंचायतों के वार्डों में नयी लाइटें लगायी जायेंगी. इसके लिए रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है. उनका प्रयास है कि हर वार्ड में 15 स्ट्रीट लाइट लगायी जायें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है