Jamshedpur news.
झारखंड सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और झामुमो नेता हफीजुल हसन अंसारी द्वारा शरीयत को संविधान से ऊपर बताने वाले विवादास्पद बयान ने राज्य की सियासत में हलचल मचा दी है. मंत्री के इस बयान को भाजपा ने देश की संवैधानिक व्यवस्था पर सीधा प्रहार बताया है और सोमवार को जमशेदपुर में आक्रोश मार्च निकालने की घोषणा की है. भाजपा जमशेदपुर महानगर तत्वावधान में आयोजित होने वाले मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद विद्युत महतो, डॉ दिनेशानंद गोस्वामी समेत काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भाग लेंगे. लंबे अंतराल के बाद यह पहला मौका होगा, जब जिला के प्रमुख नेता एक आवाज पर एक साथ विरोध-प्रदर्शन में नजर आयेंगे. साकची स्थित भाजपा जिला कार्यालय से सुबह 10 बजे शुरू होकर यह आक्रोश मार्च उपायुक्त कार्यालय तक जायेगा. भाजपा मीडिया प्रभारी प्रेम झा ने बताया कि आक्रोश मार्च साकची जिला कार्यालय से रवाना होकर बंगाल क्लब गोलचक्कर, होटल दयाल इंटरनेशनल, पुराना कोर्ट मोड़ होते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचेगा. इस दौरान कार्यकर्ता हाथों में पार्टी का ध्वज, तख्तियां और पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध दर्ज करेंगे. वहीं पार्टी की ओर से आक्रोश मार्च को सफल बनाने के लिए सभी मंडल अध्यक्षों और पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों से अधिकतम संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ शामिल होने का निर्देश दिया गया है. भाजपा अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आक्रोश मार्च झामुमो-कांग्रेस सरकार को संदेश देने के लिए निकाला जा रहा है कि देश केवल संविधान से चलेगा, ना की किसी धर्म या शरीयत से.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है