चार लेबर कोड रद्द करने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं स्वतंत्र फेडरेशनों के संयुक्त मंच कोल्हान प्रमंडल के बैनर तले मंगलवार को साकची आमबागान मैदान से रैली निकाली. रैली जुबिली पार्क गेट पर आकर नुक्कड़ सभा में बदल गयी. इसके उपरांत चार लेबर कोड रद्द करने सहित अन्य मांगों को लेकर डीसी के माध्यम से प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा. नुक्कड़ सभा को एटक के आरएस राय, हीरा अरकाने, सीटू के बिश्वजीत देब, संजय कुमार, एआइयूटीयूसी के लिली दास, सुमित राय, एफएमआरएआइ के सुब्रत बिस्वास, पीआर गुप्ता आदि ने संबोधित किया.ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त मंच ने वर्तमान राष्ट्रीय परिस्थिति की समीक्षा के बाद 20 मई को प्रस्तावित मजदूरों की देशव्यापी आम हड़ताल को स्थगित करते हुए नौ जुलाई पुन: निर्धारित की है. हड़ताल को स्थगित करना सरकार या पूंजीपतियों के लिए राहत नहीं, बल्कि संघर्ष को और अधिक व्यापक और तीव्र बनाने की रणनीति का एक हिस्सा मात्र है. चार श्रम संहिताओं (लेबर कोड) को रद्द करने सहित अन्य मांगों को लेकर कार्यस्थल, श्रमिकों के आवासीय क्षेत्रों में जनसंपर्क एवं प्रचार भविष्य में भी जारी रहेगा. काम के घंटों में मनमानी वृद्धि, न्यूनतम मजदूरी और सामाजिक सुरक्षा के अधिकारों का उल्लंघन, मजदूरों की गैरकानूनी छंटनी आम हो गयी है. ट्रेड यूनियनों की मांग के बावजूद सरकार ने अब तक न तो किसी प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की है, न ही भारतीय श्रम सम्मेलन बुलाया है. प्रधानमंत्री को सौंपे गये ज्ञापन में लंबित 17 सूत्री राष्ट्रीय मांग सहित जिले की ताम्र खदानों और संयंत्र के पुनरुद्धार की मांगें शामिल हैं.
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