Jamshedpur News :
जिले में लगातार हो रही बारिश अब किसानों के लिए वरदान नहीं, बल्कि अभिशाप साबित हो रही है. शुरुआत में राहत देने वाली बारिश अब खेती के लिए आफत बन गयी है. किसानों के धान के बिचड़े पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं, कई तो बिचड़ा डाल ही नहीं पाये. दोबारा बिचड़ा लगाने की कोशिश हो रही है, लेकिन अधिक बारिश ने किसानों को संकट में डाल दिया है. जिला कृषि विभाग के मुताबिक 9 जुलाई तक 197.2 मिमी वर्षा दर्ज की गयी है, जबकि जुलाई का सामान्य औसत 316.4 मिमी है. अभी पूरा माह बचा है. सावन और भादो में बारिश होना लाजिमी है, ऐसे में हालात और खराब होने की आशंका है. मॉनसून सीजन में खरीफ फसल का आच्छादन सामान्यतः जिले में अच्छा रहता है, लेकिन इस साल अब तक केवल 982 हेक्टेयर में ही बुआई हो पायी है, जो कुल लक्ष्य 1,47,860 हेक्टेयर का केवल 0.66% है. धान जैसी मुख्य फसल का भी केवल 0.46% बुआई हो सकी है. जिला कृषि पदाधिकारी विवेक बिरुआ ने बताया कि खेतिहर किसानों को कितना नुकसान हुआ है, इसका आकलन किया जा रहा है. प्रखंडों से इसकी रिपोर्ट मंगायी जायेगी. इस बार की बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है