शहर में गीला कचरा का रोजाना होगा उठाव, सूखा कचरा सप्ताह में दो दिन उठाया जायेगा
Jamshedpur News :
शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण को प्रभावी और रिसाइक्लिंग प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए टाटा स्टील यूआइएसएल (पूर्ववर्ती जुस्को) जागरुकता अभियान चला रहा है. इसके तहत स्पष्ट संदेश दिया है, यदि सूखा और गीला कचरा अलग नहीं किया गया, तो संबंधित घर या दुकान से कचरा उठाव बंद कर दिया जायेगा. कंपनी की ओर से चलाये जा रहे जागरुकता अभियान के तहत बताया गया है कि गीला कचरा का उठाव रोजाना किया जायेगा, जबकि सूखा कचरा केवल सोमवार और गुरुवार को ही उठाया जायेगा. यूआइएसएल का कहना है कि रिसाइक्लिंग सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए यह जरूरी है कि लोग कचरा को स्रोत स्तर पर ही अलग करें. शहर में मेटल रिकवरी और रिसाइक्लिंग सेंटर पहले से संचालित हो रहे हैं, लेकिन गीले और सूखे कचरे को मिलाकर फेंकने के कारण कचरा प्रसंस्करण में दिक्कतें आ रही हैं.फिलहाल यह कदम जागरुकता अभियान के तहत उठाया गया है, लेकिन आगे चलकर सरकार और प्रशासन के सहयोग से इसे सख्ती से लागू किया जायेगा. कंपनी ने लोगों से अपील की है कि वे कचरे के पृथककरण में सहयोग करें, ताकि शत-प्रतिशत कचरा संग्रहण हो सके. यह नियम टाटा कमांड एरिया के सभी घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर लागू होगा.
ऐसे समझें गीले और सूखे कचरे में अंतर
गीला कचरा :
खाद्य सामग्री फल, सब्जी के छिलके, घास, पेड़ों की पत्तियां, राख, चायपत्ती, बचा हुआ भोजन आदि गीला कचरा है, इसे अलग कंपार्टमेंट या पैकेट में डालना होगा.सूखा कचरा :
कचरे के रूप में निकलने वाले पेपर, पॉलीथिन, कांच की बोतलें, पैकेजिंग मटेरियल, कपड़े आदि को अलग कंपार्टमेंट या पैकेट में डालना होगा.जैव अपशिष्ट :
डायपर, सेनेटरी नैपकिन, मॉस्किटोज रेप्लेंट, डिशकार्डेट दवाइयां आदि जैव अपशिष्ट को अलग पैकेट या कंपार्टमेंट में रखा जाना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है