Jamshedpur news.
टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा चुनाव का मामला एसडीओ कार्यालय तक पहुंच गया है. इसे लेकर एसडीओ शताब्दी मजूमदार ने दोनों ही पक्षों को बारी-बारी से सुना. इसके बाद कहा कि तालाबंदी व अन्य मामला देखना सिविल कोर्ट का काम है, उनका नहीं. टुइलाडुंगरी के पूर्व प्रधान जसबीर सिंह ने कहा कि ट्रस्टी रंजीत सिंह द्वारा जबरन विवाद पैदा किया जा रहा है. उनके द्वारा अपने रिश्तेदार को चुनावी लाभ दिलाने के लिए फर्जी तरीके से तैयार की गयी 256 वोटों के विरोध में संगत ने गुरुद्वारा परिसर में प्रधान के कार्यालय में तालाबंदी कर दी है. विपक्ष ने पिछले चार दिनों गुरुद्वारा परिसर में प्रधान के कार्यालय में तालाबंदी कर दी थी.एसडीओ को सौंपे पत्र में पूर्व प्रधान जसबीर सिंह पदरी ने बताया कि टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा से जुड़ी संगत प्रशासन की निगरानी में चुनाव कराना चाहती है. चेयरमैन रंजीत सिंह अपने रिश्तेदार को प्रधान बनाने की फिराक में संविधान को तहस-नहस कर रहे हैं. गुरुद्वारा में पांच ट्रस्टी थे, लेकिन अब सारे फैसले इकलौते रंजीत सिंह ही ले रहे हैं. अपने दबदबे का लाभ उठाते हुए रंजीत सिंह ने काफी संख्या में बाहरी लोगों को वोटर बना दिया है, जबकि इस पर फैसला जनरल बॉडी की बैठक में लिया जाना चाहिए था. संविधान के मुताबिक इस पर चुनाव के बाद ही फैसला होता, तो सभी की राय सार्वजनिक रूप से आती. आनन-फानन में बिना किसी को जानकारी दिये ऐसा किया जाना, बड़ी साजिश है, इसलिए प्रशासन से मांग की जाती है कि अपनी देखरेख में चुनाव कराये और फर्जी ढंग से 256 लोगों के साथ तैयार की गयी वोटर लिस्ट को भी अपनी निगरानी में दुरुस्त कराये, ताकि साफ-सुथरा चुनाव संपन्न हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है