जमशेदपुर. लोको कॉलोनी में शनिवार को नोकालम्मा मां के रूप में मां पहाड़ी पूजी गयीं. रात्रि आठ बजे के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन देने के लिए मां पहाड़ी नगर भ्रमण पर निकलीं. पद्मा बसु (त्रिवेणी) ने मां की जंगड़ी (मुख्य डलिया) को माथे पर उठाया. उनके साथ सात अन्य महिला श्रद्धालुओं ने मां की सात बहनों के डाली कलश को उठाया. इस प्रकार मां नगर भ्रमण पर निकलीं. श्रद्धालुओं ने रास्तेभर मोर्राटु (हल्दी और नीम पानी) से पांव पखारकर मां से आशीर्वाद लिया. इस प्रकार विभिन्न रास्तों से गुजरते, श्रद्धालुओं को दर्शन देते मां रात्रि करीब 12 बजे मंदिर पहुंचीं. नगर भ्रमण के दौरान खड़गपुर की डफली थी.
दो किलोग्राम हल्दी से दिया गया मां को रूप
इस पहले दोपहर में दो किलोग्राम हल्दी से मां को नोकालम्मा का रूप दिया गया. मां को रूप देने में करीब चार घंटे लग गये. नोकालम्मा रूप में जब मां दिखने लगी, तो मां की विधि-विधान के साथ पूजा की गयी. आरती के बाद संध्या 6:30 बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर के पट खोल दिये गये. संध्या में बारिश की वजह से थोड़ा व्यवधान जरूर हुआ, पर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के पांव नहीं रुके. दोपहर में मां के साथ-साथ सातों बहनों को भोग अर्पित किया गया. डलिया उठाने वाली श्रद्धालुओं ने भी भोग ग्रहण किया.बनारस की तर्ज पर होगी मां की आरती
चार मई को मां पहाड़ी की पूजा के दौरान भजन संध्या का आयोजन किया जायेगा. स्थानीय गायन मंडली की ओर से प्रस्तुति दी जायेगी. इस दौरान भोले बाबा, मां काली और बजरंगबली की झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी. संध्या में बनारस की गंगा आरती की तर्ज पर मां पहाड़ी की आरती की जायेगी. साथ ही श्रद्धालुओं के बीच भोग प्रसाद वितरित किया जायेगा. चार मई को मां पहाड़ी काली रूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है