Jamshedpur news.
एलबीएसएम कॉलेज के हिंदी विभाग में शुक्रवार को कवि, संपादक व स्वतंत्रता सेनानी माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर मुख्य अतिथि भूगोल विभाग की अध्यक्ष प्रो रितु ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी ने जीवन और लेखन दोनों स्तरों पर ब्रिटिश हुकूमत की जनविरोधी नीतियों का विरोध किया. उन्होंने समाज की चेतना को प्रभावित करते हुए राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए लोगों को प्रेरित किया.संचालक डॉ सुधीर कुमार ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी काव्य, पत्रकारिता और राजनीति के क्षेत्र में हमारे पथ प्रदर्शक हैं. जब मध्य प्रदेश राज्य बना था, तो उन्होनें मुख्यमंत्री बनने के प्रस्ताव को इनकार कर दिया गया और कहा कि वे शिक्षक और कवि ही बने रहना चाहते हैं. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान चार बार उन्हें राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था. उनके अखबार ‘कर्मवीर’ पर 18 रियासतों में प्रतिबंध था. कार्यक्रम में कृष्णा महाकुड़ ने माखनलाल चतुर्वेदी की प्रसिद्ध कविता ‘पुष्प की अभिलाषा’ का पाठ किया. इस अवसर पर खुशी महतो, रिंकी बागती, सुनीता गोप, साहिल अख्तर, सौरभ बागती, सुमन कुमार प्रधान, गौतम गोप, प्रियंका पुरान, संध्या कुमारी, पूजा बास्के समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है