Jamshedpur news.
रेलवे ने बोगियों की तरह अब इंजन में भी टॉयलेट बनाकर लोको पायलटों को सुविधा देने का फैसला किया है. इसका लाभ चार हजार से अधिक लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलटों को मिलेगा. दक्षिण पूर्व रेलवे के पीआरओ सोपान दत्ता ने कहा कि अब लोको पायलट को ट्रेन इंजन में ही एसी और शौचालय की सुविधा मिलने वाली है. इसे लेकर टाटानगर के लोको शेड में काम भी शुरू किया गया है. इसका मॉडल भी तैयार किया गया है. इसकी जानकारी देने के लिए रविवार को दक्षिण पूर्व रेलवे के पीआरओ सोपान दत्ता ने रविवार को स्टेशन-कीताडीह रोड पर स्थित नयी गार्ड एंड क्रू लॉबी में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया. श्री दत्ता ने कहा कि लोको पायलट की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पुराने मॉडल के इंजन में शौचालय बनाने का काम किया जा रहा है. साथ ही इंजन में एसी भी लगाया जा रहा है. पीआरओ के अनुसार दक्षिण पूर्व रेलवे के 1469 इंजन में से 743 में एसी की सुविधा दे दी गयी है. आठ इंजन को अभी शौचालय युक्त बनाया गया है. ट्रेन के इंजन में शौचालय बनाने का काम टाटानगर के ही न्यू इलेक्ट्रिक लोको शेड में किया जा रहा है. यहां पर रेल कर्मचारी तेज गति से इस काम को पूरा करने में लगे हुए हैं.दक्षिण पूर्व रेलवे के पीआरओ सोपान दत्ता ने बताया कि जल्द ही लोको पायलटों के लिए लॉबी का निर्माण किया जायेगा. पहले बड़े हॉल में ही तीन-चार संख्या में लोको पायलट विश्राम करते थे. नयी लॉबी के निर्माण के बाद उन्हें काफी खुला एरिया मिलेगा. तीन मंजिला भवन में जल्द ही 100 बेड की क्षमता लॉबी का निर्माण किया जायेगा. इसका इस्तेमाल समय-समय पर लोको पायलट को ट्रेनिंग के साथ भी किया जायेगा. आरटीएस की वजह से यात्रियों को ट्रेन की सही जानकारी मिलती है. बहुत ही जल्द सभी ट्रेनों में कवच लगाये जायेंगे. अगर ट्रैक पर लाल सिग्नल है व लोको पायलट ट्रेन नहीं रोकता है, तो वहां ऑटोमेटिक ट्रेन रुकेगी, जिससे किसी भी दुर्घटना से बचा जा सकेगा. संवाददाता सम्मेलन में पीआरओ के अलावा स्टेशन निदेशक सुनील कुमार, मुख्य लोको इंस्पेक्टर केपी जायसवाल, एसके गुप्ता, प्रसुन्न विश्वास, अनिंध मजूमदार, अनिल कुमार और क्रू कंट्रोलर पीके बरीगंजन भी मौजूद थे.
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