Jamshedpur news.
ओलचिकी के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती पर बैसाख पूर्णिमा के दिन सरकारी छुट्टी की घोषणा होने पर आदिवासी समाज ने झारखंड सरकार के प्रति अपना आभार प्रकट किया. रविवार को माझी परगना महाल धाड़ दिशोम, अखिल भारतीय संताली शिक्षक संघ, अखिल भारतीय संताली प्राथमिक शिक्षक संघ, ओलचिकी हूल वैसी, बिदू चांदान सेवा गांवता समेत अन्य ने संयुक्त रूप से जेएन पैलेस घाटशिला में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने में अहम योगदान देने के लिए पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया. प्रतिनिधियों ने शिक्षा मंत्री से मांग की कि अविलंब प्रदेश में प्राथमिक विद्यालय से विश्व विद्यालयों तक में संताली भाषा एवं जनजातीय भाषा में पाठन-पठन कार्य आरंभ करने के लिए शिक्षकों कि बहाली की जाये, ताकि आदिवासी जनजाति समाज के लोगों को शिक्षा का लाभ मिल सके एवं उनका परिवार व समाज का सर्वांगीण विकास हो सके. शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने आश्वासन दिया कि आदिवासी समाज का सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है. शिक्षा के बिना कोई भी समाज का उत्थान नहीं हो सकता है. मौके माझी परगना महाल देश पारानिक दुर्गाचरण मुर्मू, सुधीर कुमार सोरेन, फुदान मांडी, भुजांग टुडू, डुमका मुर्मू, हराधान मांडी समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है