परिजनों और प्रबंधन के बीच वार्ता विफल, फैक्ट्री इंस्पेक्टर ने किया जवाब तलब
Jamshedpur News :
टाटा स्टील में सोमवार को हुए हादसे में मारे गये ठेका कर्मचारी सुनील कुमार सिंह के शव का मंगलवार को भी पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ. इस मसले को लेकर परिजन, कांग्रेस नेता धर्मेंद्र सोनकर समेत अन्य लोगों ने टाटा स्टील के एचआर के अधिकारियों की मौजूदगी में राइट्स लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों के साथ वार्ता की. इस दौरान दस हजार रुपये प्रतिमाह दस साल तक देने के साथ एक पैकेज करीब 20 लाख रुपये और परिजनों को नौकरी देने की मांग की गयी. लेकिन कंपनी इसपर सहमत नहीं हुई और वार्ता टूट गयी. अब बुधवार को एक बार फिर से वार्ता होगी. बता दें कि रविवार की आधी रात को टाटा स्टील के भीतर कोल वैगन सेक्शन में मालगाड़ी की चपेट में आने से 34 वर्षीय ठेका कर्मचारी सुनील कुमार सिंह की मौत हो गयी थी. सुनील कुमार सिंह राइट्स लिमिटेड के लिए नियुक्त ठेका कंपनी मुंबई के टीएंडएम सर्विसेज कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के लिए काम कर रहा था. इस मामले में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनकर ने उपायुक्त से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है. सोनकर ने कहा कि मृतक पर अपने 73 वर्षीय वृद्ध पिता, पत्नी (घरेलू महिला), एक तीन महीने की बेटी एवं एक छोटे भाई की जिम्मेदारी थी, इसलिए टाटा स्टील प्रबंधन की तरफ से किसी सक्षम पदाधिकारी द्वारा न्यायोचित मुआवजे का आश्वासन दिया जाये. सोनकर को प्रबंधन की तरफ से मौखिक रूप से आश्वस्त किया गया है कि कंपनी मृतक परिवार को अपनी तरफ से वाजिब फौरी राहत के अलावा स्थायी मदद भी करेगी.फैक्ट्री इंस्पेक्टर ने कंपनी प्रबंधन से किया जवाब तलब
टाटा स्टील प्रबंधन से फैक्ट्री इंस्पेक्टर धीरेंद्र मुंडा ने जवाब तलब किया है. फैक्ट्री इंस्पेक्टर ने इसको लेकर जारी पत्र में कहा है कि कंपनी प्रबंधन घटनास्थल पर हो रहे काम का एसओपी दे. वैगन के हैंडलिंग में किस तरह का सेफ्टी बरती गयी थी. अगर सीसीटीवी है, तो उसका फुटेज उपलब्ध कराया जाये. मृतक के साथ कौन लोग काम कर रहे हैं, उसके नाम और पता के साथ चिकित्सक की जानकारी भी देने को कहा गया है, जिन्होंने उसे मृत घोषित किया. इसके अलावा घटनास्थल के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है