Jamshedpur news.
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के तमाम प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अब भी जुगाड़ के सहारे है. संसाधनों के कमी के कारण ट्रैफिक पुलिस जुगाड़ लगा कर लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने का काम कर रही है, लेकिन उसके बाद भी जाम की समस्या हर दिन रहती है. चौक- चौराहों पर बैरिकेडिंग और जैसे-तैसे डिवाइडर व्यवस्था को और भी पंगू बना रहा है. हालांकि यह सारी व्यवस्था आम लोगों को राहत दिलाने के लिए की जा रही है, लेकिन उसके बाद भी जाम से शहरवासी हर दिन जूझते हैं. वहीं दूसरी ओर लोग भी ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह पालन नहीं करते. इन सभी वजहों से हर दिन शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है.स्लाइडर में बांस बांध कर बनाया डिवाइडर
ट्रैफिक पुलिस सड़क के बीच में स्लाइडर में बांस बांध कर डिवाइडर बनाकर ट्रैफिक का संचालन कर रहे हैं. वर्ष 2024 के दुर्गा पूजा के वक्त लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बाराद्वारी- भालुबासा रोड स्लाइडर में बांस बांध कर डिवाइडर बनाया गया था. लेकिन पर्व समाप्त होने के बाद सड़क के बीच से उस स्लाइडर और बांस को हटाने का काम अब तक नहीं किया गया. ऐसे में सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण बड़े वाहनों को उस मार्ग से गुजरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. साथ ही काशीडीह और बाराद्वारी की ओर आने वाले वाहनों को भी काफी लंबा घूम कर आना पड़ता है.
सड़क की दोनों ओर गड्ढे
बाराद्वारी- भालुबासा रोड की चौड़ाई काफी कम है. साथ ही सड़क के किनारे की मिट्टी की कटाई होने के कारण दोनों ओर गड्ढ़े जैसा बन गया है. ऐसी स्थिति में हर दिन कोई न कोई दोपहिया वाहन चालक अनियंत्रित होकर गिर कर जख्मी होते हैं. हाल के दिनों सडक की हालत और भी खराब हो गयी है.स्टेशन पेट्रोल पंप के पास बंद कर दिया जाता है गोलचक्कर
शाम होने के साथ ही स्टेशन संकटा सिंह गोल चक्कर को पुलिस स्लाइडर से बंद कर देते हैं. ऐसे में जुगसलाई और बर्मामाइंस की और जाने वाले लोगो को प्रदीप मिश्र चौक से घूम कर जाना पड़ता है. प्रदीप मिश्र चौक के पास गोलचक्कर नहीं होने के कारण वहां बड़े वहां को गाड़ी मोड़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. साथ ही वाहनों का लंबा जाम लग जाता है. साकची आई अस्पताल के पास शाम के वक्त पुलिस साकची आई अस्पताल के पास वाले गोल चक्कर के पास भी स्लाइडर लगा कर गोल चक्कर को पूरी तरह बंद कर देती है. ऐसे में अगर आपको आई अस्पताल की तरफ जाते हैं, तो आपको कंपनी गेट गोलचक्कर से मुड़ कर आना पडता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है