रेस में अनिल, पवन, अजय, को-ऑप्शन आने पर तोते प्रबल दावेदार
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते 30 मार्च को कंपनी से सेवानिवृत्त हो गये हैं. उनके सेवानिवृत्त होने के बाद टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष की कमान किसे मिलेगी. यह इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. तीन नामों पर कयास लगाये जा रहे हैं. जिनमें यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल शर्मा, उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह और ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी अजय भगत के नाम शामिल हैं. यूनियन के इन नेताओं के नाम पर जितनी मुंह उतने बातें यूनियन के अंदर चल रही है. हालांकि यह तय माना जा रहा है कि यूनियन का नया अध्यक्ष 85 कमेटी मेंबरों के बीच से होगा. बाहरी अध्यक्ष चुनने की संभावना नहीं है.1. अनिल शर्मा : टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल शर्मा है. अध्यक्ष पद के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे है. वे टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के तीसरी बार कार्यकारी अध्यक्ष चुने गये हैं. एक्सल डिवीजन से कमेटी मेंबर का चुनाव जीतते हैं. टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के गठन में इनकी अहम भूमिका रहीं. 2. अजय भगत : अजय भगत टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के वर्तमान में ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी हैं. पहली बार वे 2015 में टेल्को वर्कर्स यूनियन चुनाव में कमेटी मेंबर चुने गये और डिप्टी प्रेसिडेंट चुने गये. यूनियन विवाद के बाद उन्हें टेल्को वर्कर्स यूनियन का अध्यक्ष चुना गया. प्लांट वन एसेंबली लाइन से कमेटी मेंबर है. 3. पवन कुमार सिंह : पवन कुमार सिंह टाटा मोटर्स यूनियन में वर्तमान में उपाध्यक्ष हैं. सीटीआर विभाग में कार्यरत पवन सिंह पहली बार 2010 में टेल्को वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबर चुने गये. इसके बाद 2015 में दूसरी बार जीत दर्ज की. साल 2017 में उन्होंने यूनियन का सहायक सचिव चुना गया.
क्या अध्यक्ष चुनने के लिए आयेगा को-ऑप्शन का प्रस्ताव
टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन का अध्यक्ष चुनने के लिए क्या को-ऑप्शन का प्रस्ताव आयेगा. क्या को-ऑप्शन के लिए तोते के नाम प्रस्ताव उनके समर्थन उठा सकते हैं. क्या फिर से तोते की यूनियन अध्यक्ष पद पर वापसी होगी. इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. जानकारों का कहना है कि पिछले साल नवंबर में चुनाव के दौरान ऑप्शन का प्रस्ताव कमेटी मेंबरों ने खारिज कर दिया था. एक टर्म में दूसरी बार ऑप्शन का प्रस्ताव नहीं आ सकता है. जबकि ट्रेड यूनियन से जुड़े लोगों का कहना है कि को-ऑप्शन का प्रस्ताव कमेटी मेंबर फिर से ला सकते हैं. ऐसे में यूनियन से जुड़े लोगों व कर्मचारियों की निगाहें यूनियन के नये अध्यक्ष के नाम पर टिकी हुई हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है