Jamshedpur news.
केंद्र सरकार द्वारा चार श्रम संहिताओं को लागू करने के पहल के खिलाफ बुधवार को श्रमिकों की राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का कोल्हान में भी प्रभावशाली असर देखा गया. कोल्हान में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, बीमा तथा अन्य राज्य और केंद्रीय सरकारी संगठनों के साथ-साथ कई निजी क्षेत्र में कामकाज पूरी तरह ठप हो गये. हालांकि इस आंदोलन में शामिल इंटक के नेताओं द्वारा अपनी कंपनियों पर कोई असर नहीं डाला जा सका. जानकारी के अनुसार जमशेदपुर के टाटा समूह और अन्य कंपनियों में इंटक का ही ट्रेड यूनियन है. यहां ना तो टाटा स्टील, ना ही टाटा मोटर्स या राकेश्वर पांडेय की अध्यक्षता वाली 24 से अधिक कंपनियों में इस आंदोलन का कोई असर दिखा. इस दौरान आंदोलनकारी नेता साकची गोलचक्कर से डीसी ऑफिस तक जुलूस निकाला और केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. ‘मजदूर एकता जिंदाबाद’ और ‘आवाज दो हम एक हैं’ के नारे के साथ इन लोगों ने डीसी ऑफिस पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा. इसमें विभिन्न संगठनों के लोग मौजूद थे. आंदोलन में शामिल लोगों में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, विजय खान, विनोद राय, संजीव श्रीवास्तव, परविंदर सिंह सोहल, मनोज सिंह, एटक के अंबुज ठाकुर, हीरा अरकने, आरएस राय, धनंजय शुक्ला, एसएन सिंह, सीटू के विश्वजीत देव, गुप्तेश्वर सिंह, संजय कुमार, एफएमआरएआइ के पीआर गुप्ता, केडी प्रताप, सुब्रत विश्वास, एआइयूटीयूसी के लीली दास, सुमित रॉय, विष्णु गिरी, जेकेएमयू के गौतम बोस, एआइडीएसओ के समर महतो, रिंकी और एआइएसएफ के मुकेश रजक आदि लोग शामिल हुए. काफी संख्या में यहां मजदूर भी शामिल हुए. दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले बोड़ाम, बहरागोड़ा, पटमदा, पोटका और घाटशिला में भी एकजुटता प्रदर्शन किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है