मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण कार्यक्रम की हुई शुरुआतसंवाददाता, जामताड़ाराज्य में प्रारंभिक कक्षाओं के बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (एफएलएन) को मजबूत करने के उद्देश्य से मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. जिले में इस कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार से होगी. मूल्यांकन का काम 13 अगस्त तक चलेगा. मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण कार्यक्रम के तहत फर्स्ट फेज में जिले में चयनित 23 विद्यालयों के कक्षा 2 और कक्षा 3 के बच्चों मूल्यांकन किया जाएगा. साथ ही विद्यालय का भी मूल्यांकन किया जायेगा. विद्यालय में अध्ययनरत वर्ग 2 और 3 के बच्चों का आकलन बाह्य शिक्षक के द्वारा किया जायेगा.
इन 23 विद्यालयों का होगा मूल्यांकन :
मूल्यांकन 4 अगस्त से 13 अगस्त तक होना है. ये विद्यालय उमवि मुचियाडीह, मवि घांटी पांडेडीह, मवि जबरदाहा -1, उमवि सुब्दीडीह, उमवि भालजुड़िया, मवि धोबना, प्रावि पिपरटांड़, उमवि रघुनाथपुर, मवि गेड़िया, मवि मोड़ालय, उमवि लखनपुर, मवि देवली कुलडंगाल, उमवि सपसपिया, मवि जियालजोरी, मवि पुतुलजोर, उउवि पट्टाजोरी, उउवि बाबुपुर, प्रावि पहाड़पुर, उउवि बिंदापाथर, उउवि तीनघरा, उमवि रामपुर अंबा शामिल हैं.13 संकेतकों के आधार पर होगा मूल्यांकन : प्रत्येक विद्यालयों को 13 संकेतकों के आधार पर जांचा जाएगा. जिसमें 10 संकेतक विद्यालय स्तरीय और 03 संकेतक विद्यार्थियों के अधिगम स्तर संबंधित होंगे. जिन संकेतकों पर मूल्यांकन किया जायेगा, उनमें शिक्षण अधिगम सामग्री, शिक्षकों की जागरुकता, कक्षा संचालन, बाल साहित्य का उपयोग और सामुदायिक भागीदारी जैसे बिंदु शामिल हैं. 60% नंबर विद्यालय के आधार पर और 40% नंबर बच्चों के लर्निंग लेबल के आधार पर मिलेगा. 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करनेवाले स्कूलों को निपुण विद्यालय का दर्जा मिलेगा और उन्हें स्वर्ण, रजत या कांस्य श्रेणी में प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा. वहीं मैं भी निपुण श्रेणी के तहत कक्षा 2 और 3 के बच्चों की भाषा (हिंदी व अंग्रेजी) और गणितीय कौशल में मूल्यांकन किया जायेगा. प्रत्येक विषय में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक लानेवाले बच्चों को मैं भी निपुण का प्रमाण-पत्र मिलेगा.
विद्यालयों को गोल्ड मेडल जीतने का अवसर : मास्टर ट्रेनर
एफएलएन के मास्टर ट्रेनर सैयद इमाम ने बताया कि प्रथम चरण के मूल्यांकन में एफएलएन के मास्टर ट्रेनर रहे शिक्षकों को गोल्ड मेडल जीतने का अवसर राज्य शिक्षा परियोजना परिषद ने प्रदान किया है. शिक्षा परियोजना को पूरी उम्मीद है कि मास्टर ट्रेनर रहे शिक्षकों का विद्यालय एफएलएन कार्यक्रम को बेहतरीन तरीके से संचालित किए होंगे. इन्हें गोल्ड मेडल प्रदान कर दूसरे विद्यालयों को भी प्रेरणा दी जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है