प्रतिनिधि, जामताड़ा. सहायक अध्यापकों ने मंत्री डॉ इरफान अंसारी को उनके आवास पर ज्ञापन सौंपा. इसका नेतृत्व सबीर अंसारी और नीलांबर मंडल ने किया. ज्ञापन में सहायक अध्यापकों ने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो द्वारा किए गए वादों की याद दिलायी. बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सार्वजनिक सभाओं में वादा किया था कि सरकार बनने के तीन महीने के भीतर पारा शिक्षकों को वेतनमान प्रदान किया जायेगा, लेकिन अब तक वह वादा अधूरा है. यह भी बताया कि 20 वर्षों के संघर्ष के बाद एक नियमावली तो बनी, लेकिन उसमें केवल 40 से 50 प्रतिशत तक मानदेय की ही वृद्धि हुई है. विगत 25 वर्षों से सेवा दे रहे सहायक अध्यापक समान कार्य के बदले समान वेतन की मांग कर रहे हैं. आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारियों ने राज्य के लगभग 1700 सहायक अध्यापकों को फर्जी शैक्षणिक संस्थानों का हवाला देकर कार्यमुक्त कर दिया है, जिसे जल्द से जल्द निरस्त करने की मांग की है. सहायक अध्यापकों ने यह भी मांग की कि मृतक सहायक अध्यापकों के आश्रितों को अनुकंपा का लाभ दिया जाए. 28 अगस्त 2024 को संगठन के साथ हुए समझौते को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाय, आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि विधानसभा सत्र से पहले समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो चार से सात अगस्त 2025 तक विधानसभा का घेराव किया जायेगा. इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो पांच सितंबर 2025 शिक्षक दिवस पर राज्य के सभी सहायक शिक्षक रांची में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे.
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