संवाददाता, जामताड़ा. चितरा से जामताड़ा रेलवे साइडिंग कोयला ढुलाई 21 वें दिन चालू हुआ. मंगलवार देर रात चार हाइवा में कोयला लोड कर ढुलाई के लिए चितरा से जामताड़ा रेलवे साइडिंग लाया गया. सारठ विधायक उदय शंकर सिंह, चितरा इसीएल के जीएम एके आनंद सिक्युरिटी इंचार्ज, सीआइएसएफ के पदाधिकारी, जवान भी हाइवा के साथ जामताड़ा रेलवे साइडिंग पहुंचे, जहां सभी हाइवा को अनलोड किया गया. वहीं बुधवार को 10 हाइवा व 19 डंपर से कोयले की ढुलाई हुई. बता दें कि इसीएल प्रबंधन और डंपर एसोसिएशन के बीच हाइवा से कोयले की ढुलाई को लेकर विवाद हो गया था. इस कारण नौ जुलाई से कोयला ढुलाई बंद थी. इससे इसीएल प्रबंधन रो करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा. डंपर ऑनर्स एसोसिएशन ने धरना किया समाप्त जामताड़ा. डंपर वाहन ऑनर्स एसोसिएशन ने धरना समाप्त कर दिया है. भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल के नेतृत्व में यह धरना प्रदर्शन चल रहा था. अब चितरा माइंस से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक डंपर और टीपर वाहनों से पूर्ववत कोयला ढुलाई कार्य फिर से शुरू हो जायेगा. भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल ने कहा इसीएल चित्रा प्रबंधन और ट्रांसपोर्टर की मनमानी के कारण स्थानीय डंपर मालिकों को हटाकर बाहरी हाइवा को प्राथमिकता दी जा रही थी, जो पूरी तरह अनुचित था. हमने नौ जुलाई से बंद कोयला ढुलाई कार्य को लेकर 16 जुलाई से धरना शुरू किया था. अनेक प्रयासों और वार्ता के बाद अब प्रशासन और इसीएल प्रबंधन ने हमारी मांगें मान ली है. कहा कि बीती रात अंधेरे में प्रशासनिक संरक्षण में जनप्रतिनिधियों ने हाइवा वाहन से कोयला ढुलाई शुरू करने की कोशिश की थी, लेकिन एसोसिएशन के दबाव और विरोध के बाद इसीएल प्रबंधन को अपने निर्णय में बदलाव करना पड़ा. तय हुआ है कि सिर्फ पांच हाइवा और सभी स्थानीय डंपर/टीपर से ही कोयला ढुलाई का कार्य किया जाएगा, जैसा कि पहले होता था.
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