प्रतिनिधि जामताड़ा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के ( एफएलएन) कार्यक्रम का मूल्यांकन होगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में 10 2 शिक्षा प्रणाली के स्थान पर 5 3 3 4 शिक्षा प्रणाली लागू की गयी है, जिसमें तीन वर्ष के बच्चों को भी मुख्य शिक्षा प्रणाली से जोड़ने और उनकी बुनियाद मजबूत करने के लिए कंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने निपुण भारत मिशन अंतर्गत (बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान ) कार्यक्रम पूरे देश में लागू किया है. 2022 से झारखंड में भी ये कार्यक्रम संचालित है, जिसके अंतर्गत तीन वर्ष से नौ वर्ष तक के बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान की समझ विकसित करने के लिए तीन वर्ष का समय निर्धारित किया गया था, जो 2025-26 में पूरा होने वाला है. भारत सरकार पूरे देश में इस कार्यक्रम का मूल्यांकन करने जा रही है. मेरा विद्यालय निपुण, में भी निपुण के तहत झारखंड में कुल 35000 विद्यालयों के साथ साथ इनमें अध्ययनरत बच्चों का मूल्यांकन होगा. प्रथम चरण में 1056 विद्यालयों का चयन किया गया है, जिन विद्यालयों से एफएलएन मास्टर ट्रेनर्स बनाएं गए थे. मूल्यांकन दो पक्षों का किया जाना है. इन मानकों पर सभी विद्यालय को गोल्ड, सिल्वर तथा ब्रांज मेडल से सम्मानित किया जाएगा. जिन विद्यालयों को 86% से अधिक अंक प्राप्त होंगे उन्हें गोल्ड मेडल से जिन विद्यालयों को 81-85% अंक प्राप्त होंगे उन्हें सिल्वर मेडल तथा जिन्हें 76-80% अंक प्राप्त होंगे उन्हें कांस्य पदक से सम्मानित किया जाएगा. प्रथम चरण के मूल्यांकन के लिए जिला से चार शिक्षकों को जेसीइआरटी रांची प्रशिक्षण में भेजा गया. इनमें सैयद इमाम, दुर्गेश कुमार दुबे, दिनेश करमाली और रामाशीष लाल शामिल थे. रांची के प्रशिक्षण के पश्चात चार से नौ अगस्त के बीच मूल्यांकन का काम संचालित किया जायेगा.
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