जामताड़ा. उपायुक्त रवि आनंद की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की विस्तृत समीक्षा बैठक हुई. ई-विद्यावाहिनी एप, छात्र-शिक्षक उपस्थिति, आवासीय विद्यालयों की स्थिति, विद्यालय सौंदर्यीकरण, सीपीडी ट्रेनिंग, एनआईएलपी, पीएमश्री स्कूल और स्कूल ऑफ एक्सीलेंस जैसे बिंदुओं की समीक्षा की गयी. डीसी ने शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए सुधार के निर्देश दिए और कहा कि किसी भी हाल में ड्रॉपआउट नहीं होने चाहिए. कस्तूरबा गांधी और झारखंड बालिका आवासीय विद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई पुरुष स्टाफ छात्राओं को हैरेस न करे, और यदि किसी तरह की घटना या सूचना आती है तो वार्डन को जिम्मेदार मानते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने निर्देश दिया कि बिना कारण छात्राओं को बाहर जाने से रोका जाए, और स्वच्छता, गुणात्मक शिक्षा, मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. सभी विद्यालयों के इंफ्रास्ट्रक्चर कार्यों की रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा गया. पीएमश्री योजना के अंतर्गत चयनित 9 विद्यालयों की प्रगति की समीक्षा की गयी और निर्देश दिया गया कि प्रत्येक प्रखंड से कम से कम 10% विद्यालयों को पीएमश्री मानकों पर लाया जाए. किचन गार्डन, आईएफए गोली वितरण, हेल्थ चेकअप, और जन चेतना केंद्रों के समुचित संचालन पर भी फोकस करने के निर्देश दिए गए. अंत में, डीसी ने कहा कि बीआरपी और सीआरपी का प्रदर्शन कमजोर है, जिसे तुरंत सुधारने की आवश्यकता है. उन्होंने स्कूल सर्टिफिकेशन और एनएलआईपी के तहत साक्षरता कार्यक्रमों को प्रभावी रूप से संचालित करने पर बल दिया. मौके पर डीएसई विकेश कुणाल प्रजापति, सभी बीइइओ, बीपीओ, एई, जेई सहित अन्य उपस्थित थे.
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