जामताड़ा. जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के स्थानांतरित हुईं अध्यापिकाओं ने डीइओ चार्ल्स हेंब्रम को आवेदन सौंपा हैं. आवेदन में अध्यापिकाओं ने स्थानांतरण पर पुनर्विचार करने की मांग की है. आवेदन में बताया है कि झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय जामताड़ा जिले में सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में स्वीकृत 5 पदों के विरुद्ध मात्र 2 अध्यापिकाएं ही विद्यालय का संचालन करती हैं. इन्हीं पूर्णकालिक अध्यापिकाओं के कंधों पर 350 से 525 छात्राओं का प्रभार है जो सिर्फ अल्प मानदेय में लगन और मेहनत से कार्य कर रही हैं. पूर्व में सभी अपने सेवाकाल में दो बार स्थानांतरण का दंश झेल चुकी हैं. वर्तमान में सभी के बच्चे प्रखंड के विद्यालयों में अध्ययनरत है. इसके विपरीत बिना औचित्य के 10 अध्यापिकाओं एवं 4 लेखापालों का स्थानांतरण कर दिया गया है. राज्य परियोजना निदेशक का निर्देश है कि आवासीय विद्यालयों के कुशल संचालन के लिए पूर्णकालिक अध्यापिकाओं, कर्मियों का स्थानांतरण नहीं किया जाना है. वहीं मुख्यमंत्री उत्कृष्ट कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय जामताड़ा की वार्डन अपने सेवाकाल से लेकर अब तक 18 सालों तक एक ही विद्यालय में जमी हुई हैं. साथ ही 6 वर्षाें से लगातार वार्डन के पद पर हैं. कहा है कि यदि इसमें कोई पुनर्विचार नहीं किया जाता है तो सभी सामूहिक इस्तीफा के लिए बाध्य होंगे.
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