प्रतिनिधि, खूंटी अखिल भारतीय सरना समाज की ओर से गुरुवार को मुरहू में सार्वजनिक सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया. स्थानीय अखड़ा मुरहू में पाहनों ने पूजा- अर्चना की. मुख्य अतिथि पूर्व विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि वर्ष 2003 से मुरहू में सामूहिक रूप से सरहुल मनाने का प्रचलन प्रारंभ हुआ है. इसके बाद से लगातार सरहुल मनाया जा रहा है. जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते आये हैं. सरहुल नेग नियम की अंनुठी मिसाल पेश करता है. प्रकृति पूजक आदिवासी भाई हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मनाते हैं. सरहुल प्रकृति संरक्षण का भी संदेश देता है. यह त्योहार हमें एक साथ जोड़ने का भी काम करता है. रानी टूटी ने सभी को अपनी परंपरा को बचाये रखने की अपील की. कार्यक्रम के दौरान ही अखड़ा में सामूहिक नृत्य का आयोजन किया गया. इसके बाद शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा मुरहू मुख्य चौक से होते हुए चमराटोली मैदान पहुंची. कार्यक्रम में मुरहू सहित आसपास के गांव से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे.
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