खूंटी. जिले में मौसम के बदलने के बाद से ही मौसमी बीमारी की होड़ लग गयी. जिले भर से मलेरिया, टाइफाइड, डायरिया, सर्दी-बुखार की शिकायत सामने आने लगी. पिछले पखवाड़े मरीजों की संख्या इतनी अधिक थी कि सदर अस्पताल में मरीजों के लिए बेड कम पड़ गये थे. हालांकि फिलहाल थोड़ी राहत है. अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या कुछ कम हुई है. इसके बाद भी अस्पताल के सभी बेड अभी भी फूल हैं. वहीं ओपीडी में मरीजों की संख्या में कमी नहीं आयी है. अभी भी बड़ी संख्या में सर्दी-बुखार, डायरिया, मलेरिया के मरीज आ रहे हैं. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आनंद उरांव ने बताया कि चार-पांच दिन पूर्व डायरिया के कई मरीज भर्ती किये गये थे. हालांकि ज्यादातर को छुट्टी दे दी गयी है. उन्होंने बताया कि मौसम के बदलने के बाद मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई थी.
इस मौसम में रखे अपना खास ख्याल
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आनंद उरांव ने कहा कि बरसात के मौसम में खास ख्याल रखने की जरूरत है. उन्होंने सलाह दी है कि हमेशा साफ और गर्म पानी पिये और गर्म खाना ही खायें. मच्छरों से खुद का बचाव करें. मच्छरदानी के अंदर सोये और घर के आसपास को साफ-सुथरा रखें. किसी प्रकार की परेशानी होने पर तत्काल चिकित्सक से मिले.
अब तक डेंगू का प्रकोप नहीं
जिले में अभी तक डेंगू का कोई प्रकोप नहीं है. जिले के किसी भी हिस्से से डेंगू के मरीज की पुष्टि नहीं हुई है. सदर अस्पताल में कुछ मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले थे, हालांकि जांच करने पर डेंगू संक्रमित नहीं पाया गया. उपाधीक्षक डॉ आनंद उरांव ने बताया कि सदर अस्पताल में डेंगू के इलाज की तैयारी पहले से रखी गयी है.
मुरहू और अड़की मलेरिया जोन
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आनंद उरांव ने बताया कि खूंटी शहरी क्षेत्र से तथा आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में टाईफाईड के मरीज सामने आते हैं. वहीं मुरहू, अड़की तथा बंदगांव और तमाड़ क्षेत्र मलेरिया जोन हैं. इन प्रखंडों से बड़ी संख्या में मलेरिया के मरीज सदर अस्पताल आते हैं.
अधिकतर मलेरिया, टाइफाइड, डायरिया, सर्दी-बुखार के मरीज आ रहे अस्पतालB
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