खूंटी. सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में मंगलवार को गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा (आईडीसीएफ) की शुरुआत की गयी. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि जिले के सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी ने कहा कि यह एक सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल है. जो दस्त के कारण होनेवाली मौतों को रोकने और नियंत्रित करने पर केंद्रित है. खास कर पांच साल से कम उम्र के बच्चों में. कार्यक्रम के अंतर्गत ओआरएस और जिंक के उपयोग पर जागरूकता अभियान और ओआरएस पैकेटों के वितरण पांच वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के घर में पहुंचाने और उपयोग के तरीका बतलाया जाएगा. आईडीसीएफ आमतौर पर प्री-मानसून और मानसून के मौसम के दौरान मनाया जाता है. ताकि डायरिया के फैलाव और उससे होने वाली मौत को रोका जा सके. इसके अलावा डायरिया के रोक थाम संबंधित अन्य गतिविधियां की जायेगी. मौके पर जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉक्टर विजय किशोर रजक, उपाधीक्षक डॉक्टर आनंद उरांव, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रजनी नीलम टोप्पो, जिला कुष्ठ पदाधिकारी डॉ नमिता टोप्पो, डीपीएम काननबाला तिर्की, डीपीसी डॉ उदयन शर्मा, डीएएम विकास कुमार सिंह, डीडीएम श्वेता सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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