खूंटी.
मारंगहादा थाना क्षेत्र के बिचागुटू गांव के रांगरोंग टोला के तीन परिवार को सामाजिक बहिष्कार का दंश झेलना पड़ रहा है. गांव में उनके साथ खाना-पीना, शादी-ब्याह सहित अन्य काम में कोई ग्रामीण साथ नहीं देता है. इसकी जानकारी मिलने पर रविवार को सामाजिक संगठन के सदस्यों ने उनसे मुलाकात की. उनके दुःख और दर्द को जाना. पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्हें कई समस्याओं को झेलना पड़ रहा है. उन्हें गरीबी और उत्पीड़न से गुजरना पड़ रहा है. पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया कि पूजा अनुष्ठान में बलि, हड़िया-दारू का सेवन करने को त्यागने के कारण सामाजिक बहिष्कार किया गया है. यह पिछले 12-13 वर्षों से हो रहा है. वहीं एक परिवार पर डायन-बिसाही का आरोप लगाकर जुर्माना लगाया गया था. जुर्माना नहीं देने पर बहिष्कार किया गया है. उनसे मुलाकात करने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता मथुरा कंडीर, विश्राम टूटी, राम मुंडा, बगराय मुंडा, बुधराम सिंह मुंडा, नारण सिंह तोपनो, किशुन मुंडा, मानसा मुंडा, सुगना पहन, मांगरा ढोढराय, सोमा मुंडा, मधु कंडीर आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है